PATNA: बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जो खबर निकलकर आ रही है उसमें पांच नये नाम अध्यक्ष पद के लिए भेजे गए है। सबसे पहला नाम पूर्व सांसद रंजीता रंजन का है। जो जनाधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव की पत्नी है और सुपौल से कांग्रेस की सांसद रह चुकी है। 2019 में वो सुपौल से लोकसभा का चुनाव हार गई थी। कयास ये लगाये जा रहे है कि अगले महीने पप्पू यादव अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करेंगे। पप्पू यादव ने भी दो दिन पहले मीडिया से बात करते हुए ये कहा था कि 16 जनवरी को वो बड़ी घोषणा करने वाले है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दूसरा नाम प्रेमचंद्र मिश्रा का है जो बिहार विधान परिषद के सदस्य है और पार्टी के ब्राह्मण चेहरा माने जाते है। मदन मोहन झा के अध्यक्ष पद से हटने की भरपाई प्रेमचंद्र मिश्रा को कमान सौंपकर की जा सकती है। तीसरा नाम परवीन कुशवाहा का है जो कांग्रेस के पुराने नेता है और कुशवाहा जाति से आते है। केंद्रीय नेतृत्व के करीबी माने जाने वाले कुशवाहा प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और एआईसीसी के मेंबर भी है।
अगला नाम कांग्रेस अध्यक्ष के लिए शकील अहमद खान का है जो कटिहार के कदवा से विधायक हैं। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार को कांग्रेस ज्वांइन कराने में शकील अहमद खान की बड़ी भूमिका मानी जाती है। आरजेडी से अलग बिहार में कांग्रेस की अपनी पहचान बने इसके पुरजोर समर्थक माने जाने वाले शकील अहमद खान कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास की सूची में अध्यक्ष पद के मजबूत दावेदार है।
अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अवधेश सिंह का भी नाम सोनिया गांधी को भेजी गई है। अवधेश सिंह बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके है और गया के वजीरगंज से कई बार विधायक रह चुके है। इससे पहले भी कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मीरा कुमार से लेकर राजेश राम तक के नामों की चर्चा हुई लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका। एक बार फिर इन 5 नामों को लेकर चर्चा हो रही है, उम्मीद ये किया जा रहा है कि खरमास के बाद कोई अंतिम फैसला हो सकता है।