PATNA : बिहार विधानसभा की 2 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव पर मतदान शाम 4 बजे तक समाप्त हो गया। कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से 4 बजे जारी रहा। शाम 4 बजे की बात की जाए तो दोनों सीटों पर 49.59 फीसदी वोटिंग हुई है। इसमें कुशेश्वरस्थान में 49% तो वहीं तारापुर सीट पर 50.05% मतदान हुआ है।
बता दें कि बिहार विधानसभा की 2 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में आज लोगों ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और शाम 4 बजे मतदान खत्म हो गया। सुबह जब मतदान शुरू हुआ तो इसकी रफ़्तार काफी धीमी थी। पहले के 2 घंटे केवल 5 फीसदी ही वोटिंग हुई थी लेकिन धीरे-धीरे मतदान की रफ़्तार तेज हुई।
सुबह 11 बजे तक मतदान प्रतिशत 21.79 फीसदी रहा। कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से 4 बजे तक जारी रहा। दोपहर 1 बजे तक की यदि बात की जाए तो दोनों सीटों पर 37.92 फीसदी वोटिंग हुई। जिसमें कुशेश्वरस्थान में 36.55% तो वहीं तारापुर सीट पर 39% मतदान हुआ था। 3 बजे तक की बात की जाए तो दोनों सीटों पर 45.90 फीसदी वोटिंग हुई है। इसमें कुशेश्वरस्थान में 45.80% तो वहीं तारापुर सीट पर 46% मतदान हुआ है।
कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्र में शाम 4 बजे तक मतदान खत्म हो गया। मतदान को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।दोनों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी। बात कुशेश्वरस्थान की यदि की जाए तो 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 51.17 फीसदी मतदान हुआ। वही 2020 में 54.43 फीसदी मतदान कुशेश्वरस्थान में हुआ। 2015 की वोटिंग के अपेक्षा 2020 का वोटिंग प्रतिशत बेहतर रहा जबकि 2021 में हुए उपचुनाव में वोटिंग परशेंटेंज में गिरावट देखने को मिली। 2020 में वोटिंग का परशेंटेज 54.43 प्रतिशत घटकर 2021 में 49 फीसदी हो गया।
वही तारापुर की यदि बात की जाए तो 2015 में वोटिंग परशेंटेज 52.66 फीसदी था तो वही 2020 में तारापुर में भी मतदान का प्रतिशत बढ़कर 54.76 हो गया जबकि 2021 में हुए उपचुनाव में तारापुर का मतदान प्रतिशत घटकर 49.59 फीसदी हो गया। यूं कहे तो दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव से कम है। दोनों सीटों पर मतदान का प्रतिशत 49.59 रहा। उपचुनाव में कुल 974 कंट्रोल यूनिट, 1002 बैलेट यूनिट और 1053 vvpat का इस्तेमाल हुआ। जिसमें 14 कंट्रोल यूनिट, 5 बैलेट यूनिट और 11vvpat मॉक पोल के दौरान बदले गये हैं। 2 कंट्रोल यूनिट, 2 बैलेट यूनिट और 10 vvpat मॉक पोल के बाद बदले गये है। आज मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ।
कुशेश्वरस्थान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण मतदान कराया जा सके, इसके लिए सड़क मार्ग पर गश्ती दलों के अलावा 30 नावों के जरिए भी निगरानी की जा रही थी। नावों के जरिए दियारा वाले इलाकों में मतदान केंद्रों पर नजर रखी जा रही थी। निगरानी के लिए 80 ट्रैक्टर भी लगाए गए थे। डीएम त्याग राजन के मुताबिक सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। साथ ही साथ से जिला कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई थी। जहां किसी भी तरह की शिकायत की जा सकती थी।
मतदान केंद्रों पर किसी तरह की कोई समस्या ना हो इसके लिए 102 बाइक से 17 टीमें क्यूआरटी के रूप में कोसी नदी के दोनों इलाकों में गश्ती की जा रही थी। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो पाए इसके लिए अब तक 23 लोगों को तड़ीपार किया गया था। जबकि सीआरपीसी 107 के तहत 4080 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। सीसीए के तहत 23 लोगों को जिले से बाहर रहने का निर्देश दिया गया था। समस्तीपुर आरजेडी जिलाध्यक्ष समेत तीन लोगों पर एफआईआर भी की गई थी। किसी भी तरह की चुनावी गड़बड़ी को लेकर जिला कंट्रोल रूम नंबर 06272 240600 पर शिकायत की व्यवस्था थी।
तारापुर विधानसभा के कुल 406 बूथों पर वोटिंग समाप्त हो गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी और मुंगेर के डीएम ने मतदान की तैयारियों की पूरी तरह से समीक्षा की थी। तारापुर विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान हुआ। इस विधानसभा क्षेत्र के 52 बूथों को नक्सल प्रभावित घोषित किया गया था। बीएसएफ की तैनाती में वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
बीएसएफ के अलावे सीआरपीएफ, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों को भी चुनाव में लगाया गया था। मतदान के दिन नक्सल किसी गतिविधि को अंजाम ना दें, इसके लिए नक्सल ऑपरेशन टीम का भी गठन किया गया था। नक्सल प्रभावित इलाकों में वोटर भयमुक्त होकर मतदान कर पाए, इसके लिए लगातार पेट्रोलिंग भी चलायी जा रही थी।
तारापुर विधानसभा क्षेत्र में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। पांच जगहों पर बॉर्डर को सील किया गया था। इसके अलावे 20 जगह ऐसे थे जहां चेकपोस्ट बनाए गए थे। शांतिपूर्ण उपचुनाव हो इसे लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्र पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की थी।