“ठीके तो है नीतीश कुमार” पर आज क्लीयर हो जायेगा BJP का स्टैंड, बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव आज पटना में

“ठीके तो है नीतीश कुमार” पर आज क्लीयर हो जायेगा BJP का स्टैंड, बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव आज पटना में

DESK: “ठीके तो है नीतीश कुमार” वाले होर्डिंग पर पिछले चार-पांच दिनों से जारी बहस में आपने किसी भाजपा नेता की कोई स्पष्ट राय सुनी या देखी है क्या? नहीं सुनी या देखी होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि भाजपा के आलाकमान से कोई मैसेज नहीं आया है कि नीतीश कुमार वाकई ठीके हैं. आज मैसेज मिलने की संभावना है. बिहार बीजेपी के बॉस भूपेंद्र यादव पटना दौरे पर आ रहे हैं. बिहार के नेताओं से राय मशवरे में वे पार्टी का स्टैंड क्लीयर कर सकते हैं. https://youtu.be/45_mPsA4aNk भूपेंद्र यादव आज पटना दौरे पर दरअसल भूपेंद्र यादव पार्टी के सदस्यता अभियान और सांगठनिक चुनाव पर चर्चा करने बिहार आ रहे हैं. पार्टी की सदस्यता अभियान के जिला प्रभारियों के साथ साथ प्रदेश प्रभारी के साथ उनकी बैठक होनी है. बैठक में पार्टी के प्रदेश के सीनियर नेता भी मौजूद रहेंगे. इस बैठक के बाद बिहार के प्रमुख भाजपा नेताओं के साथ उनकी अलग से बैठक होगी. बैठक में जदयू से संबंधों से लेकर 2020 के विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी. नीतीश के पोस्टर पर बीजेपी में क्यों है चुप्पी दरअसल सियासी विश्लेषकों का एक नजरिया ये भी है कि ठीके है नीतीश कुमार का बैनर राजद को ही नहीं बल्कि भाजपा को भी चिढ़ाने के लिए लगाया गया है. तीन तलाक से लेकर कश्मीर और फिर NRC पर जदयू-बीजेपी के बीच टकराव की खबरें जगजाहिर हैं. बीजेपी और जदयू के बीच संबंध कायम रखने में अहम भूमिका निभाने वाले अरूण जेटली की मौत हो चुकी है. लिहाजा दोनों पार्टियों में औपचारिक बातचीत भी बंद हो गयी है. भाजपा के एक प्रमुख नेता ने बताया कि नीतीश कुमार अगर नये नारे के साथ अपना चुनावी अभियान शुरू कर रहे थे तो उन्हें बीजेपी को भी विश्वास में लेना चाहिये था. लेकिन उन्होंने बीजेपी से बात किये बगैर कदम आगे बढ़ाया है. बीजेपी नेताओं के बड़े धड़े को ये रास नहीं आ रहा है. बिहार में बीजेपी को नजर आ रही हैं संभावनायें बिहार में बीजेपी को अपने लिए ढ़ेर सारी संभावनायें नजर आ रही हैं. पार्टी ने इस दफे के सदस्यता अभियान में 32 लाख नये सदस्य बनाये हैं. यानि पार्टी सदस्यों की तादाद 84 लाख से ज्यादा हो गयी है. 7 करोड़ वोटर वाले बिहार में हर नौवां वोटर बीजेपी का सदस्य बन गया है. बीजेपी के एजेंडे पर नीतीश के नखरे से भी बेचैनी है. लिहाजा भाजपा हर संभावना पर विचार करने से पीछे नहीं हटेगी. फिलहाल खामोशी इसलिए है क्योंकि पार्टी की नजर महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा के विधानसभा चुनाव पर है. बिहार की असली लड़ाई इन तीन राज्यों में चुनाव के बाद शुरू होगी.