DESK : भारतीय पुरष क्रिकेट टीम पिछले कुछ महीनों से अंतिम ओवर की गेंदबाजी को लेकर काफी परेशान चल रही है। चाहे एशिया कप सीरीज हो या दक्षिण अफ्रीका सीरीज दोनों में एक बात जो समान्य रूप से देखने को मिली वह थी डेथ ओवर की गेंदबाजी। इन दोनों सीरीज में इंडियन क्रिकेट टीम के डेथ ओवर स्पेस्लिस्ट भुनेश्वर कुमार ने जमकर रन लुटाया, जिसका परिणाम यह हुआ कि भारतीय टीम को एशिया कप में हार का सामना करना पढ़ा। लेकिन, अब आज जाकर भारतीय टीम की यह समस्या कम होती नजर आई।
दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों टी- 20 वर्ल्ड कप सीरीज को लेकर ऑस्टेलिया दौरे पर है। जहां इसको अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर को खेलना है, लेकिन उससे पहले इस टीम वार्मअप मैच खेलना है। जिसके तहत आज भारत और ऑस्टेलिया के बिच मैच खेला गया। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्टेलिया के सामने 187 का लक्ष्य रखा। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियन टीम ने बेहतर शुरुआत करते हुए जीत के करीब पहुंच गई और टीम को अंतिम ओवर में जीत के लिए 11 रन चाहिए थे। ऐसे में अब कप्तान रोहित के पास एक बार फिर से अंतिम ओवर में गेंदबाजी की समस्या आ गई, क्यूंकि रोहित इससे पहले भी इसका खमियाजा भुगत चुके है।
लेकिन, इस बार रोहित ने नया चाल चलते हुए इस मैच में एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं करने वाले शमी के हाथों में गेंद थमा दी। वहीं, शमी भी कप्तान के इस निर्णय को ठीक ठहराते हुए अंतिम ओवर की परेशानी का हल बता दिया। शमी ने इस ओवर में गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट लेकर मैच का पासा ही पलट दिया। शमी के इस ओवर में शुरूआती 2 गेंदों पर 4 रन देने के बाद तीसरी गेंद पर पैट कमिंस को चलता किया। इसकी अगली ही गेंद पर एस्टन अगर रन आउट हुए,और तीसरी गेंद पर शमी ने इंग्लिस को बोल्ड किया। जिसके बाद अंतिम गेंद पर 7 रन चाहिए थे, ऐसे में शमी ने रिचर्डसन को बोल्ड किया। इसी के साथ टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 6 रन से मात दी।