PATNA: किसानों के नाम पर भारत बंद बुलाया गया था, लेकिन इस दौरान बिहार में कई जगहों पर राजनीतिक दलों के समर्थकोंं की गुंडागर्दी देखने को मिली. हद तो तब हो गई जब एक बीमार बच्ची को हॉस्पिटल तक जाने नहीं दिया. जिससे बीमार बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गई. यह घटना समस्तीपुर के मुसरीघरारी चौराहे के पास की है.
डॉक्टरों ने सदर हॉस्पिटल किया था रेफर
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पटोरी थाने के हवासपुर निवासी सिकंदर मांझी की डेढ़ साल की बेटी सनाया की अचानक तबीयत खराब हो गई. उससे परिजन आनन-फानन में उसे पटोरी अनुमंडल हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल रेफर कर दिया.
हाथ जोड़ने के बाद भी नहीं दिया रास्ता
परिजन बच्ची को लेकर एक बोलेरो से हॉस्पिटल से लेकर जा रहे थे. लेकिन बंद समर्थकों ने रोक दिया. परिजनों ने हाथ जोड़कर आग्रह और विनती की,लेकिन बंद के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बोलेरो को जाने नहीं दिया. परिजनों ने प्रशासन से भी मदद की गुहार लगाई फिर भी कोई मदद नहीं मिली. जिससे इलाज के अभाव में बच्ची की मौत हो गई.
बच सकती थी बच्ची की जान
बच्ची के परिजनों ने कहा कि अगर रोका नहीं जाता और बच्ची का हॉस्पिटल में इलाज होता तो बच्ची की जान बच सकती थी. लेकिन नेताओं ने रास्ता रोक दिया. बेबस परिजन मासूम का शव लेकर घर पहुंचे. इसके बारे में पुलिस और प्रशासन ने हाथ खड़ा कर लिया और कहा कि इस तरह की कोई घटना की जानकारी नहीं है.