गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ बिहार में चुनावी सरगर्मी हुई तेज: शाह-नीतीश की मुलाकात के बाद JDU ने की बैठक, राहुल और तेजस्वी पर साधा निशाना अमित शाह का बेगूसराय दौरा, राहुल-लालू-तेजस्वी पर साधा जमकर निशाना पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा
1st Bihar Published by: Updated Fri, 25 Sep 2020 12:21:09 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: किसान बिल का विरोध कर रहे जाप के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी ऑफिस के पास हंगामा किया है. इसके विरोध बीजेपी कार्यकर्ता करने लगे. इस दौरान दोनों पार्टी के कार्यकर्ता एक दूसरे की पिटाई करने लगे.
पप्पू यादव के समर्थकों ने जमकर हंगामा कर रहे थे. इसके साथ ही बीजेपी का पोस्टर फाड़ रहे थे. बीजेपी गेट के चढ़कर नारेबाजी कर रहे थे. कृषि बिल के विरोध में जाम कार्यकर्ताओं ने आज बिहार बंद बुलाया है. इस दौरान ही बीजेपी ऑफिस में हंगामा किया. इसका विरोध बीजेपी के कार्यकर्ता कर रहे थे.
जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने आज बिहार बंद बुलाया है. किसान बिल के मुद्दे पर पप्पू यादव भी केंद्र सरकार के खिलाफ खड़े हैं. पप्पू यादव भी आज पटना में बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरे हैं. कई जगहों पर सड़कों को जाम कर दिया है. कांग्रेस के नेताओं ने भी बंद के समर्थन में सड़क पर उतरने का ऐलान कर रखा है. भारत बंद को देखते हुए आज प्रशासन हाई अलर्ट पर है. विपक्षी के रुख और किसान बिल को लेकर बुलाए गए बंद पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त ऐतराज जताया है. नीतीश कुमार ने कहा है कि यह बिल किसानों के हित में है और बिहार सरकार ने इस कानून को पहले ही राज्य में खत्म कर दिया था. 2006 में बिहार के अंदर किसानों के हित में हमने कदम उठाते हुए पुराने कानून को खत्म किया था और अगर केंद्र सरकार यही फैसला किया है तो इसमें कोई हर्ज नहीं है.