1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 31 Dec 2025 12:31:36 PM IST
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Saharsa land reform : बिहार के सहरसा जिले में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा आयोजित भूमि सुधार जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान एक मजेदार लेकिन गंभीर घटना देखने को मिली। यह कार्यक्रम आम नागरिकों को भूमि से संबंधित सेवाओं और विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। लेकिन इसी दौरान एक भूमि विवाद से संबंधित शिकायत लेकर एक फरियादी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा और उसकी फरियाद सुनने के दौरान माहौल थोड़ी देर के लिए तनावपूर्ण बन गया।
फरियादी ने जमीन से जुड़े अपने मामले की शिकायत सीओ (सर्कल ऑफिसर) के सामने रखी। जब विभागीय मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया जानने के लिए सीओ से सवाल किया, तो सीओ बिना माइक के ही जवाब देने लगे। इसी बीच, मौके पर मौजूद विभाग के प्रधान सचिव सी के अनिल अचानक भड़क गए। उन्होंने सीओ को चेतावनी दी और कहा, "यार, माइक पर जवाब दो। बिना माइक के क्यों बोल रहे हो? जनता को आपकी बात सुननी चाहिए।"
घटना स्थल पर मौजूद लोग और अधिकारी भी इस नजारे को देखकर थोड़े हैरान हो गए। फरियादी और अन्य नागरिक जो कार्यक्रम में मौजूद थे, वे सीओ के बिना माइक के जवाब सुनने में असमर्थ थे। इसी दौरान प्रधान सचिव ने तुरंत मौके पर मौजूद टेक्नीशियन को निर्देश दिया कि सीओ का माइक ठीक किया जाए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि माइक की समस्या को तुरंत हल किया जाए ताकि सभी लोग सुन सकें और शिकायत का समाधान पारदर्शिता के साथ हो।
सीओ ने कहा कि उनका माइक खराब है, इसलिए उन्होंने बिना माइक के ही जवाब देना शुरू कर दिया था। लेकिन प्रधान सचिव की स्पष्ट और सख्त प्रतिक्रिया के बाद सीओ ने माइक का उपयोग करते हुए फरियादी की शिकायत का जवाब देना शुरू किया। टेक्नीशियन ने तुरंत माइक ठीक किया और सीओ ने जनसंवाद में उपस्थित लोगों को जमीन से जुड़े मामले की पूरी जानकारी दी।
इधर, फरयादी ने कहा कि सर अंचल ऑफिस में एक गायत्री मैम है और उसका मुंशी है वह अंचल दफ्तर में किसी भी काम करने के लिए अवैध तरीके से पैसा मांग रहे थे और मजबूरी की वजह से हम पैसा दिए भी उसका मेरे पास सबूत भी है। उसके बाद प्रधान सचिव और मंत्री दोनों ने मामले को समझा और अंचल कर्मचारी गायत्री मैडम को निलंबित करने का आदेश दिया और मुंशी को हटाने का भी निर्देश जारी किया।
इस दौरान मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी स्थिति को गंभीरता से लिया और कहा कि जनता के सामने सभी मामलों में पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी भूमि विवाद या शिकायत के मामले में समय पर कार्रवाई की जाए और जनता को पूरी जानकारी मिले। मंत्री ने यह भी कहा कि जनता का विश्वास बनाए रखना विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिए और सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जनसंवाद के दौरान कोई भी परेशानी न हो।