SUPAUL: सुपौल में अपने कलेजे के टुकड़े को एक कलयुगी बाप ने कॉन्ट्रैक्ट किलरों की मदद से मरवाया। पारिवारिक कलह के कारण बाप ने बेटे की हत्या की साजिश रच दी। सुपारी किलर से बेटे की जान की कीमत 1 लाख 60 हजार रूपये लगाई। एडवांड के तौर पर 60 हजार रूपये देकर शूटर से बेटे का मर्डर करवाया। घटना के 5 महीने बाद गिरफ्तार किलर की निशानदेही पर मृतक के शव को खेत की खुदाई कर बाहर निकाला गया।
सुपौल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले के छातापुर थानाक्षेत्र के चकला पलार के पास मिरचैया धार के किनारे जेसीबी की मदद से खेत की खुदाई कर एक अगवा युवक के शव को 5 माह बाद बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। बरामद शव की पहचान जिले के जदिया थानाक्षेत्र के कोरियापट्टी पश्चिम निवासी नीतीश कुमार के रूप में हुई है।
बता दें कि बीते 20 दिसंबर 2023 की रात छातापुर स्थित एक निजी अस्पताल से घर लौटने के क्रम में नीतीश कुमार का अपहरण कर लिया गया था। इस संबंध में छातापुर थाने में अगवा नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव की लिखित शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज़ किया गया लेकिन अनुसंधान में वादी ही मामले का मुख्य विलन निकल गया। पांच माह के बाद त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपीन कुमार की मौजूदगी में बीते रविवार को शव को बरामद किया गया।
अपहृत नीतीश के ससुर त्रिवेणीगंज थानाक्षेत्र के लतौना के रहने वाले गजेंद्र यादव ने बताया कि 2021 में मेरी पुत्री चंचल के साथ नीतीश का लव मैरिज हुआ था। दोनों से 13 महीना का पुत्र आर्यन है। इस शादी से उनके समधी भूपेंद्र यादव नाराज चल रहे थे और दहेज के नाम पर उनसे लाखों रूपये की मांग की जा रही थी। हालाकि सुसराल के अन्य लोग सहित पूरा परिवार इस शादी से खुश हैं लेकिन नीतीश का पिता भूपेंद्र यादव इस शादी से नाराज था। छातापुर थाने में पिता ने अपने पुत्र के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
प्राथमिकी के बाद वे मामले में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। कांड के अनुसंधान व अपहृत की सकुशल बरामदगी को लेकर पुलिस भी सुस्त बनी रही। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस उद्भेदन को लेकर सक्रिय हुई। नीतीश के पिता सहित उनके घर के चार मोबाइल नंबर पुलिस को उपलब्ध कराया गया। पुलिस ने जब सीडीआर निकाला तब सच्चाई सामने आ गई और घटना के आरोपी रमेश फौजी को गिरफ्तार किया गया। तब पूछताछ में पता चला कि पिता भूपेंद्र यादव ने ही बेटे नीतीश की हत्या की सुपारी दी थी। एक बाप ने ही बेटे की हत्या की साजिश रची थी। घटना के बाद वो फरार हो गया था।
मामले को लेकर त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपिन कुमार ने बताया कि पारिवारिक कलह के कारण खुद वादी ने अपने बेटे की हत्या की साजिश रची और सुपारी किलर को 60 हजार रूपये एडवांस देकर उसकी हत्या करवाई। इस मामले मे मृतक के पिता के लिखित शिकायत पर दिसंबर 2023 में छातापुर थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज़ की गई थी लेकिन अनुसंधान के क्रम में प्राप्त वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार मामले की गहन तफ्तीश की गई तो दर्ज प्राथमिकी के 5 माह बाद इस घटना में संलिप्त रमेश फौजी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तब उसने अपना जुर्म कबूला और इस हत्याकांड के साजिशकर्ता के नाम का खुलासा किया। मृतक नीतीश का शव हत्या के बाद छातापुर थाना क्षेत्र के चकला पलार पर एक खेद में गाड़ दिया गया था जिसे जेसीबी की मदद से खुदाई कर बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज आगे की कार्रवाई में जुटी है।
यह बात सामने आई कि हत्या का मुख्य साजिशकर्ता और कोई नहीं बल्कि मृतक का पिता है। जिसने बेटे नीतीश की हत्या के लिए 1.60 लाख की सुपारी कॉन्ट्रैक्ट किलर को दी थी। हत्या के मुख्य आरोपी पिता अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है जबकि शूटर फौजी को गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया गया है। आरोपी पिता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।