बेरोजगारी का सवाल लेकर सड़क पर उतरेंगे चिराग, पटना में 15 फरवरी को राजभवन मार्च

बेरोजगारी का सवाल लेकर सड़क पर उतरेंगे चिराग, पटना में 15 फरवरी को राजभवन मार्च

PATNA : अपने राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आखिरकार अब सड़क पर उतरने का फैसला कर लिया है। चिराग पासवान की पार्टी बेरोजगारी समेत बिहार के अन्य मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरने जा रही है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 15 फरवरी को पटना में राजभवन मार्च बुलाया है। पार्टी इसकी तैयारी में अभी से जुट गई है। 


राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज पटना में पार्टी के तमाम प्रवक्ताओं के साथ बैठक की। बैठक के दौरान राजभवन मार्च की तैयारियों की समीक्षा की गई। इस बैठक के बाद चिराग पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए लेकिन जाते-जाते राजभवन मार्च को लेकर अपनी पार्टी के नेताओं को महत्वपूर्ण टास्क भी दे गए। चिराग जब अपने प्रवक्ताओं को टास्क दे रहे थे उस वक्त मीडिया की एंट्री तो नहीं थी लेकिन पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान प्रवक्ताओं की स्थिति को लेकर खासे नाराज हैं। 


उन्होंने प्रवक्ताओं को टास्क दे दिया है कि नीतीश सरकार पर चुन चुन कर निशाना साधे। इसके लिए अपने डेटा को मजबूत करें और सरकार जिन मोर्चों पर विफल रही है उसे मीडिया के सामने जाकर मजबूती के साथ उठाएं। चिराग पासवान ने प्रवक्ताओं के रवैये पर खासी नाराजगी भी जताई है। चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के प्रवक्ताओं की टीम छोटी कर दी थी। सबसे लंबी प्रवक्ताओं की फौज रखने के बावजूद चिराग पासवान की पार्टी मीडिया के जरिए मजबूती से अपनी बात नहीं रख पा रही थी। 


पार्टी के अंदर केवल चिराग पासवान का ही चेहरा है। ऐसे में अब नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है। अब बेरोजगारी समेत कई समस्याओं को लेकर चिराग सड़क पर उतरने को तैयार हैं। 15 फरवरी के राजभवन मार्च का नेतृत्व खुद चिराग पासवान करेंगे। पटना के गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर से राजभवन मार्च की शुरुआत होगी और चिराग पासवान समेत प्रदेशभर से आए पार्टी के नेता इसमें शामिल होंगे। चिराग पासवान ने कहा है कि अगर सरकार इस मार्च के ऊपर शक्ति दिखाती है या पुलिस के जरिए कोई बल प्रयोग किया जाएगा तो पहली लाठी वह खाएंगे।


चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा ना केवल बिहार के युवाओं को उठाना पड़ रहा है बल्कि राज्य की जनता मौजूदा शासन से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है। चिराग ने अपने प्रवक्ताओं को यह भी कह दिया है कि अब सत्ता पक्ष पर ज्यादा नरम रहने की जरूरत नहीं है। जो भी शासन में है वह तमाम दल सरकार की नाकामियों के लिए जिम्मेदार हैं।