बेगूसराय में सरकारी निर्देशों की उड़ रही है धज्जियां, खुले हैं मंदिर, नहीं हो रहा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन

बेगूसराय में सरकारी निर्देशों की उड़ रही है धज्जियां, खुले हैं मंदिर, नहीं हो रहा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन

 BEGUSARAI: बिहार में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले के बीच बेगूसराय में कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं हो रहा है। मंदिर खुले हैं और लोग सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मिथिलांचल के चर्चित शिवालय बाबा हरिगिरी धाम गढ़़पुरा के गेट खुले हुए हैं। मंदिर में भीड़ जुट रही है लोग पूजा-पाठ, शादी विवाह और मुंडन कर रहे हैं। आश्चर्यजनक बात है कि प्रोटोकॉल का पालन कराने की जिम्मेदारी संभालने वाले पुलिस पदाधिकारी भी बगैर मास्क लगाए मंदिर में पूजा-पाठ कर रहे हैं। 

कोरोना का संक्रमण तेज गति से आगे बढ़ रहा है। कोरोना को देखते हुए सरकार की ओर गाइडलाइन भी बनाए गये है। जिसका पालन आम लोगों से करवाने के लिए लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है। कोरोना की स्थिति को देखते हुए बिहार में नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। तमाम धार्मिक स्थलों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। बेगूसराय की हालत यह है कि करीब दो हजार लोग संक्रमित हो चुके है जो विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं तो कई होम आइसोलेशन पर हैं। स्थिति को देखते हुए डीएम और एसपी समेत पूरा जिला प्रशासन सड़क पर उतर कर लोगों को घर में रहने और कोरोना के बनाए गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे भी दिख रहे हैं जो प्रोटोकॉल का पालन ही नहीं कर रहे हैं।  

मिथिलांचल के चर्चित शिवालय बाबा हरिगिरी धाम गढ़़पुरा का मुख्य द्वार खुला हैं। मंदिर में भारी भीड़ जुट रही है। पूजा-पाठ, शादी और मुंडन कराए जा रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन आम लोग ही नहीं बल्कि प्रोटोकॉल का पालन कराने की जिम्मेदारी जिन्हें दी गई है वे भी इसका पालन नहीं कर रहे हैं। पुलिस विभाग के पदाधिकारी भी बगैर मास्क लगाए मंदिर में पूजा-पाठ कर रहे हैं। ट्रांसफर होने के बाद योगदान करने आए गढ़पुरा के नए थानाध्यक्ष मंदिर में पूजा के दौरान बिना मास्क लगाए दिखे। इस दौरान अपना स्वागत करवाते हुए उन्होंने फोटो भी खिंचवाया। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जो पुलिस महकमें में चर्चा का विषय बना हुआ है। 


जिला मुख्यालय समेत नगर क्षेत्र में डर से लोग मास्क लगा रहे हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं दिख रहा है। बस के कर्मचारी सिर्फ पुलिस को देखकर ही मास्क लगा रहे हैं। जबकि बस में यात्रियों की भारी भीड़ भी देखी जा रही है। वही दिल्ली में कर्फ्यू लगाए जाने के बाद भारी तादाद में प्रवासी लौट कर घर आ रहे हैं लेकिन रेलवे स्टेशन पर इन यात्रियों की स्कैनिंग और जांच की कोई व्यवस्था तक नहीं है। ऐसे लोग स्टेशन से सीधे घर जा रहे है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। यही नहीं दिल्ली से आने वाली आधा दर्जन बसों से भी लोग बेगूसराय पहुंच रहे है और बिना जांच के घर जा रहे हैं। जिस पर किसी की नजर नहीं है। एसपी अवकाश कुमार का कहना है कि क्या सारी जवाबदेही सरकार और प्रशासन की हीं है? ऐसे लोगों को अपने अंदर भी झांकना होगा। एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि सरकार के गाइडलाइन का पालन करना सभी के लिए जरूरी है। प्रोटोकॉल का पालन करके ही कोरोना को हराया जा सकता है।