बेगूसराय के 100 गांव जुड़ेंगे कृत्रिम गर्भाधान योजना से, पशुपालकों की बढ़ेगी आमदनी- गिरिराज

बेगूसराय के 100 गांव जुड़ेंगे कृत्रिम गर्भाधान योजना से, पशुपालकों की बढ़ेगी आमदनी- गिरिराज

BEGUSARAI: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों और पशुपालकों की आय में दोगुनी वृद्धि करने की योजना पर तेज गति से काम हो रहा है। केंद्र सरकार द्वारा इसके लिए बेगूसराय के एक सौ गांवों को चिन्हित किया गया है। जहां कि 2020 के अंत तक सभी मवेशी को कृत्रिम गर्भाधान योजनाओं से जोड़कर सार्टस सेक्स सीमेन (आर्टिफिशियल इंसेमिनेशन-एआई) उपलब्ध करा दिया जाएगा। जिसमें से 75 गांव में काम शुरू हो चुका है तथा 3363 पशुओं को आर्टिफिशियल इंसेमिनेशन (एआई) सीमेन से गर्भाधान कराया जा चुका है। जनवरी से चिन्हित किए गए सभी एक सौ गांवों में यह अभियान शुरू हो जाएगा। यह बात केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को रिफाइनरी गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।

गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत में कृत्रिम गर्भाधान साठ के दशक से शुरू हुआ। 1970 से यह मास पैमाने पर चला है। लेकिन गलत नीतियों तथा सरकार द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण 30 प्रतिशत तक ही पहुंच सका। जिसके कारण दुनिया भर में दूध उत्पादन का सबसे ज्यादा कीमत भारत में है। लेकिन अब सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इसके लिए सजग हुई है। आरसैप से भारत निकल गया है। आरसैप में रहने पर देश में विदेशी डेयरी प्रोडक्ट आ जाता है तो यहां के किसानों की हालत और बदहाल हो जाती। अभी देसी गाय औसतन 3.700 लीटर तथा क्रॉस ब्रीड की गाय 7 लीटर दूध दे रही है। सरकार ने इसे बढ़ाने का लक्ष्य रखा है और इसकी पहली कड़ी में बेगूसराय के एक सौ गांवों को चिन्हित किया गया है। सार्टस सेक्स सीमेन का दाम 12 सौ से कम कर 750 रूपया कर दिया गया है। इसमें 350 केंद्र सरकार देगी, 200 कम्फेड देगा और 250 रूपया पशुपालकों को देने होंगे। इसके लिए कम्फेड के चेयरमैन से बात हो चुकी है। इसकी शुरुआत से इकोनॉमी में तेजी आएगी। देश में मक्का, गेहूं और धान की कीमत से 30 प्रतिशत अधिक कीमत दूध का है। बेगूसराय में प्रत्येक दिन पांच लाख लीटर दूध कलेक्शन हो रहा है। सार्टस सेक्स सीमेन में जब केवल बछिया पैदा होगी तो पशुपालकों को प्रत्येक वर्ष 25 से 30 हजार की अतिरिक्त आय होगी। 

बेगूसराय के अन्य मूलभूत समस्याओं के संबंध गिरिराज सिंह ने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी के छतौना घाट पर पांच साल से बनकर तैयार पुल का पहुंच पथ अब जल्द ही बन जाएगा। बेगूसराय से बलिया तक का जर्जर एनएच 15 दिनों में दुरुस्त कर दिया जाएगा। मुंगेर सड़़क पुल का पहुंच पथ एक साल में तैयार होगा। सिमरिया में बन रहे नये सड़क पुल का भूमि अधिग्रहण हो चुका है, निर्माण कार्य में भी तेजी आई है। लोहिया नगर गुमटी को बगैर अंडरपास बनाए बंद नहीं किया जाएगा। बेगूसराय शहर में महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण होगा। बथौली चौर से जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है। फोरलेन पर बनने वाले फ्लाई ओवर के डीपीआर बनाने का प्रस्ताव प्रगति पर है।