PATNA : बिहार के 52 बीएड कॉलेजों की मान्यता पर तलवार लटकी है. एनसीटीई ने राज्य के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों की मान्यता बहला रखने के लिए मानकों पर दो चरण का आकलन कर लिया है. फरवरी के तीसरे सप्ताह में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर सभी कॉलेजों की मान्यता रद्द हो सकती है.
बता दें पटना यूनिवर्सिटी के एमएड कोर्स सहित राज्य के पांच बीएड कॉलेजों की मान्यता पहले ही रद्द की जा चुकी है. एनसीटीई अधिकारियों के अनुसार अबतर राज्य में 52 से ज्यादा बीएड और डीएलएड कॉलेज मानकों के अनुरूप नहीं मिले हैं.
वहीं बिहार के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों में सत्र 2020-22 में नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. नामांकन प्रक्रिया में उन्हीं कॉलेजों को शामिल किया जाएगा, जिनके पास इस सत्र के लिए एनसीटीई से मान्यता या यूनिवर्सिटी से संबद्धता होगी.