लोक आस्था का महापर्व छठ का तीसरा दिन, समाजसेवी अजय सिंह ने परिवार के साथ डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य बगहा में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: धनहा और भितहा में अवैध हथियार बरामद, चार आरोपी गिरफ्तार लोक आस्था का महापर्व छठ: युवा चेतना के सुप्रीमो ने व्रतियों के बीच बांटी साड़ी और सूप, कहा-छठ सामाजिक न्याय का प्रतीक BIHAR NEWS: मोकामा में गंगा नदी फिर बनी मौत का कुंड : छठ पूजा का जल लेने गया किशोर डूबा, पिछले तीन साल में सौ से अधिक लोग गंवा चुके जान Election Commission : चुनाव आयोग आज SIR को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा, अगले हफ्ते से प्रक्रिया शुरू होगी। Bihar News : गैस सिलेंडर लीक से लगी आग, छठ पूजा की तैयारी कर रही दो महिलाएं समेत तीन लोग झुलसे Bihar Election 2025 : तेजस्वी और राहुल से आगे निकले CM नीतीश कुमार, बढ़ सकती है महागठबंधन की टेंशन; आधी आबादी को लेकर तैयार हुआ ख़ास प्लान Bihar politics scandal : राजद नेता का बार डांसर संग अश्लील वीडियो वायरल, बोले– "सलमान खान भी डांस करते हैं, हमने कौन सा ग़लत किया" Bihar Politics : राहुल गांधी की बिहार से दूरी पर कांग्रेस में असमंजस, जानिए कांग्रेस बना रही कोई नई रणनीति या फिर सच में है नाराजगी का संकेत? Bihar Election 2025 : "मैं भी राजनीति छोड़ दूंगा...” बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह का बड़ा बयान,कहा - नहीं हुआ यह काम तो ....
1st Bihar Published by: Updated Sat, 17 Oct 2020 05:49:07 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बीजेपी से बगावत कर पटना के बांकीपुर विधानसभा सीट से नामांकन करने वाली महिला नेत्री सुषमा साहू का नामांकन रद्द कर दिया गया है. सही तरीके से नामांकन पत्र नहीं भरने के कारण उनकी दावेदारी रद्द की गयी है. नामांकन रद्द होने के बाद सुषमा साहू प्रेस कांफ्रेंस कर फूट फूट कर रोयीं और कहा कि छोटे समाज से आने के कारण उन्हें ये सजा दी गयी.
राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य और बीजेपी महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुषमा साहू ने पार्टी से बगावत कर बांकीपुर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया था. उनकी दावेदारी से बीजेपी परेशान थी. सुषमा साहू की बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ है. लिहाजा बीजेपी को ये डर सता रहा था कि वे पार्टी के उम्मीदवार नितिन नवीन को परेशानी में डाल सकती हैं.
प्रेस कांफ्रेंस कर फूट फूट कर रोयीं
पटना जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली सूचना के मुताबिक सुषमा साहू नामांकन पत्र के साथ शपथ पत्र लगाना भूल गयी थीं. कागजात अपूर्ण रहने के कारण उनके नामांकन को खारिज कर दिया. उधर नामांकन रद्द होने के बाद सुषमा साहू फूट फूट कर रोने लगीं.
सुषमा साहू ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उन्हें सत्ताधारी दल के खिलाफ लड़ने की सजा दी गयी. महिला नेत्री ने कहा कि वे बीजेपी से इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में उतरी थीं. वे एक ऐसे विधायक के खिलाफ आवाज उठा रही थी जिसे लेकर जनता में भारी नाराजगी है. बांकीपुर के लोग विधायक से मिलने के लिए तरसते रहे.
छोटे समाज से आने की मिली सजा
सुषमा साहू ने कहा कि उनका नामांकन एक छोटी सी गलती के कारण रद्द कर दिया गया. इसे सुधारा जा सकता था. चुनाव पदाधिकारी को इसका अधिकार है. लेकिन सत्ता में बैठे लोगों को एक ऐसी महिला से दुश्मनी हो गई जिसके सर पर कोई नहीं है, पति भी नहीं. सुषमा साहू ने कहा कि उनके साथ इसलिए ऐसा किया गया क्योंकि वे छोटे समाज, छोटे घर से आती हैं. लेकिन बीजेपी को पता है कि उन्हें कितने लोगों का समर्थन हासिल है.