BANKA : बांका मदरसा ब्लास्ट मामले में एक दिन गुजर जाने के बावजूद अब तक पुलिस किसी की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। मदरसे में ब्लास्ट की खबर मिलने के बाद पुलिस की टीम जांच में जुटी हुई है लेकिन अब तक उसके हाथ खाली हैं। इस ब्लास्ट में मदरसे के मौलाना की मौत हो गई थी साथ ही साथ कई अन्य लोग घायल हुए थे। मदरसा के अंदर आखिर विस्फोटक किसने रखा और किन परिस्थितियों में ब्लास्ट हुआ इसको लेकर पुलिस जांच कर रही है। ब्लास्ट के बाद उस गांव के तमाम पुरुष घर छोड़कर चले गए हैं जहां ब्लास्ट की घटना हुई।
मदरसा ब्लास्ट मामले की जांच के लिए फॉरेंसिक विभाग की टीम वहां पहुंच गई है। एफएसएल की टीम में शुरुआती जांच में यह पाया है कि बम विस्फोट की वजह से ही मदरसा उड़ा। यहां विस्फोटक मौजूद था हालांकि इसके बारे में अभी एफएसएल की टीम डिटेल में रिपोर्ट देगी। ब्लास्ट की घटना की छानबीन के लिए डीआईजी भी मौके पर पहुंचे हुए हैं। गांव में मदरसा ब्लास्ट की घटना के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। सभी पुरुष घर छोड़कर फरार हो गए हैं जबकि महिलाएं कुछ भी बताने से इंकार कर रही हैं। इस घटना में कौन लोग घायल हुए इसका भी पता नहीं चल पा रहा है। जिले के एसपी का कहना है कि पुलिस से इस मामले में छानबीन कर रही है। डीआईजी ने कहा है कि भले ही अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हो लेकिन इसका प्रयास जारी है।
सूत्रों की माने तो मदरसे के अंदर ऑफिस में एक ट्रंक के अंदर विस्फोटक भरा हुआ था। बम विस्फोट यहीं पर हुआ और इसकी वजह से पूरी इमारत जमींदोज हो गई। आसपास के कई घरों में दरारें भी आई हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ब्लास्ट कितना बड़ा था। जानकार बता रहे हैं कि इस गांव के साथ लगे दूसरे गांव मजलिसपुर से कई वर्षों से विवाद चलता रहा है। नवटोलिया और मजलीसपुर गांव में विवाद के दौरान कई लोगों की जान भी जा चुकी है। 20 दिन पहले भी दोनों गांव में विवाद हुआ था। पुलिस इस मामले को इसी विवाद से जोड़कर जांच कर रही है हालांकि बीजेपी के स्थानीय नेताओं का कहना है कि मामला इससे कहीं ज्यादा गंभीर है। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामनारायण मंडल ने कहा है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और ऐसी घटना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।