JAMUI: बिहार में 8 साल से शराब बंद है इसके बावजूद ना तो बेचने वाले सुधरने का नाम ले रहे हैं और ना ही इसे पीने वाले ही अपनी आदतों से बाज आ रहे हैं। जिनके कंधों पर पूर्ण शराबबंदी कानून को लागू करने की जिम्मेदारी है वही लोग शराब पीकर इस कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जमुई समाहरणालय स्थित बंदोबस्त कार्यालय में शराब पीकर हंगामा कर रहे नजीर को गिरफ्तार किया गया है।
जमुई समाहरणालय परिसर में हंगामा कर रहे बंदोबस्त कार्यालय के नजीर को डीएम के आदेश पर उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया और जब ब्लड टेस्ट किया गया तब नाजिर के शराब पीने की पुष्टि हुई। जिसके बाद उत्पाद विभाग के पदाधिकारी ने नाजिर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ शराब अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की। गिरफ्तार नाजिर का नाम वासुकी, पिता शिवानंद दास है। जो अररिया जिले के फर्राया का रहने वाला है।
बताया जाता है कि नाजिर वासुकी गुरुवार को शराब पीकर कार्यालय पहुंचे थे। जहां वह शराब पीकर हंगामा करने लगे। इस दौरान बंदोबस्त कार्यालय में मौजूद कर्मियों ने इसकी सूचना जिलाधिकारी को दे दी। सूचना मिलने के बाद डीएम ने उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार को नाजिर को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। सूचना पाकर उत्पाद विभाग की टीम समाहरणालय स्थित बंदोबस्त कार्यालय पहुंची लेकिन इससे पहले नाजिर वासुकी वहां से किसी तरह भाग निकलने में कामयाब हो गया।
जिसके बाद उत्पाद विभाग की टीम ने नाजिर के मोबाइल नंबर का टावर लोकेशन निकाला। जिससे यह पता चला कि वह अपने घर पर है। नाजिर का लोकेशन का पता चलने के बाद उत्पाद विभाग की टीम कल्याणपुर मोहल्ले स्थित उसके किराए के मकान पर पहुंची जहां से उसे गिरफ्तार किया गया। उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार ने बताया कि नाजिर का मेडिकल जांच कराया गया है। इस दौरान ब्रेथ एनालाइजर से भी जांच की गई। जांच में नाजिर के शराब पीने की पुष्टि हुई है।
ब्लड टेस्ट व अन्य जांच के लिए उसे सदर अस्पताल लाया गया है। वहीं समाहरणालय परिसर स्थित बंदोबस्त कार्यालय में शराब पीकर हंगामा कर रहे नाजिर की गिरफ्तार की चर्चा आज दिनभर होती रही। इस पूरे मामले पर जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में शराबबंदी लागू है और सभी विभाग के कर्मियों ने शराब ना पीने की शपथ ली है। ऐसे में अगर किसी ने शराब का सेवन किया तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।