बहुचर्चित ‘खान सर’ के बारे में जानिये: नहीं हैं बिहार के निवासी, पूरी फैमिली देश की रक्षा में लगा है

बहुचर्चित ‘खान सर’ के बारे में जानिये: नहीं हैं बिहार के निवासी, पूरी फैमिली देश की रक्षा में लगा है

PATNA: सोशल मीडिया के सबसे चर्चित चेहरों में शुमार किये जाने वाले खान सर फिलहाल संकट में हैं। आरआरबी और एनटीपीसी परीक्षा को लेकर छात्रों के हंगामे के बाद खान सर विवादों में भी आ गये हैं। पुलिस ने उन पर छात्रों को भड़काने का मामला दर्ज कर लिया है। उसके बाद वे अंडरग्राउंड हो गये है। उनका कोचिंग संस्थान बंद है औऱ मोबाइल फोन स्वीच ऑफ बता रहा है। अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको खान सर के पर्सनल लाइफ के बारे में जानकारी दे रहे हैं।


बिहार के नहीं यूपी के रहने वाले हैं खान सर

कुछ महीने पहले खान सर के नाम और धर्म को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई थी. कुछ लोग ये प्रचारित कर रहे थे कि खान सर हिन्दु हैं ही नहीं. वे खान सर का नकली नाम उपयोग कर रहे हैं. कुछ लोगों ने हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर रहे एक युवक की फोटो वायरल कर कहा कि यही खान सर की असली तस्वीर है. बाद में खान सर ने खुद सोशल मीडिया के जरिये ये बताया कि उनका जन्म मुस्लिम परिवार में ही हुआ है और वे इसी धर्म को मानते हैं.


दरअसल पटना वाले खान सर बिहार के मूल निवासी नहीं हैं. वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. यूपी के गोरखपुर में उनका जन्म हुआ है. उनका पूरा नाम फैजल खान है औऱ सारी पढ़ाई उत्तर प्रदेश में ही हुई है. खान सर ने इलाहबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी औऱ एमएससी की पढाई की है. हालांकि अब वो अपना बिहार के पटना में ही रहकर कोचिंग चलाते हैं. वे यूट्यूब पर भी लोगों को अलग अलग विषय पर डिटेल जानकारी देते हैं. अपने यूट्यूब चैनल के जरिए वे छात्रों को ऑनलाइन कोचिंग भी देते हैं. खान सर के पढ़ाने का अंदाज बेहद अनोखा है, इसी अंदाज ने उन्हें पूरे देश में प्रसिद्ध कर दिया है. सोशल मीडिया पर लाखों लोग उन्हें फॉलो करते हैं. 


पूरा परिवार देश का सिपाही

खान सर के पिता भारतीय सेना में अधिकारी थे, हालांकि अब वे रिटायर हो गए है. उनकी मां हाउस वाइफ हैं. खान सर के एक बड़े भाई हैं और वे भी देश की सेवा में लगे हैं. खान सर के भाई सेना में कमांडो हैं. खान सर ने खुद बताया कि वे भी भारतीय सेना में जाना चाहते थे. इसलिए उन्होंने NDA की परीक्षा भी दी थी. उन्होंने एनडीए की प्रारंभिक परीक्षा पास भी कर ली थी. लेकिन फाइनल दौर में उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया था. खान सर ने कई दफे खुद अपना दर्द साझा किया है कि वे भारतीय सेना में नहीं जा पाये. 


पटना वाले खान सर छात्रों को जीएस की कोचिंग देने के साथ साथ दूसरे कामों में भी लगे रहते हैं. उन्होंने छात्रों के लिए कई किताबें भी लिखी है. इसमें जनरल नॉलेज और साइंस आदि की किताबें शामिल हैं.