बड़े पापा के निधन पर तेज-तेजस्वी ने क्यों नहीं कराया मुंडन? लालू को आईना दिखाते JDU ने पूछा..हिन्दू धर्म का सर्टिफिकेट बांटने वाले दें जवाब

बड़े पापा के निधन पर तेज-तेजस्वी ने क्यों नहीं कराया मुंडन? लालू को आईना दिखाते JDU ने पूछा..हिन्दू धर्म का सर्टिफिकेट बांटने वाले दें जवाब

PATNA: महागठबंधन की जनविश्वास महारैली 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान में हुई थी। इस दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कहा कि वो हिन्दू नहीं है क्योंकि जब उनकी मां का देहांत हुआ था तब उन्होंने ना तो बाल मुंडवाया था और ना ही दाढ़ी ही बनवाई थी यहां तक नाखून तक नहीं काटा था. जबकि हिन्दू धर्म में यह परंपरा है कि किसी की मौत होने के बाद ऐसा किया जाता है। नरेंद्र मोदी हिन्दू नहीं है इसलिए इस परंपरा को नहीं किया। लालू के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति तेज हो गयी है। 


लालू के इस बयान को लेकर पिछले 6 दिनों से पलटवार जारी है। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने मोर्चा संभाल लिया है। लालू के दोनों बेटों का फोटो जारी कर जेडीयू ने हमला बोला है। कहा कि लालू के दोनों बेटे हिंदू हैं या नहीं...इसका प्रमाण-पत्र लालू को बांटना चाहिए। क्योंकि उनके सगे चाचा महावीर यादव का जब निधन हुआ था तब तेजप्रताप और तेजस्वी यादव दाह संस्कार में शामिल हुए थे लेकिन दोनों में से किसी ने ना तो अपने बाल मुंडवाए और ना ही दाढ़ी ही बनाया। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे हिंदू नहीं हैं?


JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजप्रताप और तेजस्वी यादव का एक फोटो जो उनके चाचा महावीर यादव के दाह संस्कार का है जिसे जारी किया और कहा कि महावीर यादव का देहांत 26 मार्च 2021 को हुआ था तब की यह फोटो है। लालू पीएम मोदी पर हमला बोल रहे हैं। उनके हिन्दू होने पर सवाल उठा रहे हैं। वो धर्म का सर्टिफिकेट बांटने का काम कर रहे हैं लेकिन उनके घर में हिंदू धर्म की परंपरा का माखौल उड़ाया गया। ऐसे में किसी पर उंगली उठाने से पहले इन गंभीर सवालों का जवाब लालू को देना चाहिए। 


जेडीयू ने लालू यादव से 4 सवाल पूछे..लालू जी क्या महावीर यादव आपके बड़े भाई नहीं थे? जब वे बड़े भाई थे तब आपके दोनों बेटों ने बाल क्यों नहीं मुंडवाया? यदि उनके यहां ऐसी कोई परंपरा नहीं है तो फिर आप कैसे हिन्दू हैं? यदि यह मान लिया जाए कि आप हिन्दू नहीं है तो फिर तेजस्वी ने तिरूपति मंदिर में कैसे मुंडन संस्कार करा लिया?