NALANADA: पटना जिला परिषद की नवनिर्वाचित अध्यक्ष ई.स्तुति गुप्ता के तेली जाति नहीं होने पर विराम लग गया है। दरअसल स्तुति गुप्ता के प्रतिद्वंदी द्वारा चुनाव आयोग और पटना के डीएम को पत्र लिखकर इनकी जाति प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया गया थाl जिसके बाद पटना डीएम के निर्देश पर बिहार शरीफ के अंचलाधिकारी धर्मेंद्र पंडित द्वारा मामले की जांच की गयी।
जांच के दौरान बिहारशरीफ सीओ ने स्तुति गुप्ता को अपने कार्यालय में बुलाया और साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा। जिसके बाद स्तुति गुप्ता ने अपने सारे दस्तावेज अंचलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया। अंचलाधिकारी ने उनके प्रतिद्धंदी को भी अपने कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की। स्तुति गुप्ता के तेली जाति से नहीं होने का प्रमाण प्रतिद्धंदी से मांगा गया। जांच के बाद गुरुवार को अंचलाधिकारी ने पटना की जिला परिषद अध्यक्ष इंजीनियर स्तुति गुप्ता को तेली जाति होने का क्लीन चिट दे दियाl
अंचलाधिकारी धर्मेंद्र पंडित ने बताया कि इस मामले में गहन जांच के बाद उन्हें क्लीनचिट दिया गया है दरअसल स्तुति गुप्ता बिहारशरीफ के बिजली खंदक पर निवासी स्वर्गीय मुन्नी लाल साव की इकलौती पुत्री हैं। 2004 में पूरा परिवार अंबेर में अपना मकान बनाकर रहने लगे। इस दौरान स्तुति का दो जगह से जाति प्रमाण पत्र बन गया। जिसमें पहला पटना के संपतचक अंचलाधिकारी की रिपोर्ट के मुताबिक इनका जाति प्रमाण पत्र उनके अंचल से बना है और दूसरा जाति प्रमाण पत्र बिहारशरीफ के अंचल कार्यालय से बनाया गया है और दोनों में ही उनकी जाति तेली ही है l