अशोक चौधरी ने ललन सिंह को ललकारा: बांसघाट पहुंचने तक बरबीघा आऊंगा, मंत्री के कार्यक्रम से सारे JDU नेता गायब, राजद-कांग्रेस के सहारे सभा

अशोक चौधरी ने ललन सिंह को ललकारा: बांसघाट पहुंचने तक बरबीघा आऊंगा, मंत्री के कार्यक्रम से सारे JDU नेता गायब, राजद-कांग्रेस के सहारे सभा

SHEKHPURA: अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले मंत्री अशोक चौधरी ने बरबीघा से ललन सिंह का नाम लिए बगैर ललकारा-जब तक बांसघाट नहीं पहुंच जाऊंगा तब तक बरबीघा आता रहूंगा, इस क्षेत्र के लिए काम करता रहूंगा. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मनाही के बावजूद मंत्री अशोक चौधरी आज पूरी तैयारी के साथ बरबीघा पहुंचे. वहां कई सरकारी कार्यक्रमों का उद्घाटन शिलान्यास किया. अशोक चौधरी के कार्यक्रमों का जेडीयू के नेताओं ने पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया था. लेकिन राजद और कांग्रेस के नेताओं के सहारे अशोक चौधरी ने वहां ताकत दिखायी.


नीतीश ने पावर दिया है

अशोक चौधरी ने आज ये भी बता दिया कि उन्हें पावर कहां से मिल रहा है.. उन्होंने भरी सभा में कहा कि नीतीश कुमार ने मुझे पावर दिया है. बता दें कि पिछले सोमवार को बरबीघा को लेकर ही ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच विवाद हुआ था. सीएम आवास में पार्टी की मीटिंग के दौरान ललन सिंह ने अशोक चौधरी को बरबीघा की राजनीति से दूर रहने और वहां नहीं जाने का निर्देश दिया था. जवाब में अशोक चौधरी अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भिड़ गये थे. अशोक चौधरी ने कहा था-ललन सिंह कौन होते हैं रोकने वाले, मैं मुख्यमंत्री से इजाजत लेकर बरबीघा जाता हूं.


जेडीयू ने अशोक चौधरी के कार्यक्रमों का बहिष्कार किया

बरबीघा में आज अशोक चौधरी ने भवन निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस का उद्घाटन किया. इसके अलावा नगर परिषद की कई सड़कों का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इन सारे कार्यक्रमों का उनकी पार्टी जेडीयू ने पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया. मंत्री के कार्यक्रम में स्थानीय जेडीयू विधायक सुदर्शन कुमार, जेडीयू के जिलाध्यक्ष नीतीश कुमार सोनी समेत पार्टी का कोई पदाधिकारी शामिल नहीं हुआ. पार्टी का कोई नेता अशोक चौधरी से मिलने तक नहीं पहुंचा.


राजद-कांग्रेस नेताओं के सहारे कार्यक्रम

बरबीघा में अशोक चौधरी के कार्यक्रम को सफल बनाने का जिम्मा राजद के विधान पार्षद अजय सिंह ने संभाल रखा था.  वे पिछले दो-तीन दिनों से वहीं जमे थे. इसके अलावा कांग्रेसी नेता भी अशोक चौधरी के कार्यक्रमों को लेकर सक्रिय थे. बरबीघा नगर परिषद पर कांग्रेस समर्थकों का कब्जा है. लिहाजा नगर परिषद की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास अशोक चौधरी के हाथों कराया गया.


बरबीघा पर क्यों है विवाद

दरअसल बरबीघा अशोक चौधरी के परिवार का पुराना राजनीतिक क्षेत्र रहा है. उनके पिता स्व. महावीर चौधरी इसी क्षेत्र से विधायक चुने जाते थे. अशोक चौधरी खुद इस क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. जब वे कांग्रेस छोड़ कर जेडीयू में शामिल हुए तो नीतीश कुमार ने उन्हें विधान परिषद में ही रहने को कहा. पिछले विधानसभा चुनाव में बरबीघा से स्व. राजो सिंह के पौत्र सुदर्शन कुमार को जेडीयू का टिकट मिला और वे चुनाव जीते. अशोक चौधरी दावा करते रहे हैं कि सुदर्शन कुमार को जेडीयू का टिकट उन्होंने ही दिलवाया था.


लेकिन इधर चर्चा ये है कि अशोक चौधरी अपने दामाद को बरबीघा से चुनाव लड़वाना चाहते हैं. इसलिए बरबीघा में कुछ ज्यादा ही सक्रियता दिखा रहे हैं. बरबीघा अभी सिर्फ एक ब्लॉक है. लेकिन अशोक चौधरी ने वहां भवन निर्माण विभाग का गेस्ट हाउस बनवाया है. आज वे भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर से लेकर दूसरे अधिकारियो को बरबीघा लेकर गये और वहां समीक्षा बैठक की. अशोक चौधरी ने आज बरबीघा में ताबड़तोड़ घोषणायें भी की. उन्होंने वहां एसी ऑडिटोरियम बनाने, स्टेडियम बनाने, बरबीघा को अनुमंडल बनाने, वहां अस्पताल खुलवाने जैसी कई घोषणायें की.


स्थानीय विधायक कर रहे मंत्री का विरोध

मंत्री अशोक चौधरी की बरबीघा में कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी से जेडीयू के स्थानीय विधायक सुदर्शन कुमार नाराज हैं. उन्होंने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से अशोक चौधरी की शिकायत की थी. सुदर्शन कुमार ने 29 सितंबर यानि आज होने वाले अशोक चौधरी के कार्यक्रम पर पार्टी नेतृत्व के समक्ष आपत्ति जतायी थी. इसके बाद ही ललन सिंह ने अशोक चौधरी को वहां जाने से मना किया था. लेकिन अशोक चौधरी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से भिड़ गये हैं.