अपने आवास से पैदल चितकोहरा पुल गये तेजप्रताप, दलित बस्ती के लोगों से मिलकर बोले.. लालू प्रसाद ने गरीबों को बसाने का काम किया जबकि नीतीश सरकार ने उजाड़ने का..

अपने आवास से पैदल चितकोहरा पुल गये तेजप्रताप, दलित बस्ती के लोगों से मिलकर बोले.. लालू प्रसाद ने गरीबों को बसाने का काम किया जबकि नीतीश सरकार ने उजाड़ने का..

PATNA: पटना के चितकोहरा पुल के पास चलाए गये अतिक्रमण हटाओं अभियान को लेकर दलित बस्ती के लोगों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है। अपनी शिकायत को लेकर वे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के आवास पर पहुंच गये और मदद की गुहार लगायी। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं जिन्होंने तेजप्रताप के समक्ष अपनी समस्याएं रखी। 


तेजप्रताप ने आवास पर आए दलित बस्ती के लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। जिसके बाद तेजप्रताप लोगों के साथ खुद पैदल मार्च करते हुए चितकोहरा पुल के नीचे पहुंचे गये। इस दौरान जन शक्ति परिषद के अध्यक्ष प्रशांत प्रताप यादव और राष्ट्रीय प्रवक्ता बबलू सम्राट भी साथ थे।


दलित बस्ती के लोगों ने तेजप्रताप को हुए नुकसान से अवगत कराया। आक्रोशित लोगों का कहना था कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर सरकार गरीबों को हटाना चाहती है। सरकार ने दलित बस्ती में रहने वालों का घर उजाड़ दिया है। अब वे खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है। बाल बच्चों को लेकर अब वे कहां जाएंगे।


वही लोगों से मिलने के बाद तेजप्रताप ने कहा कि एक समय था जब हमारे नेता लालू प्रसाद यादव गरीबों को बसाने का काम करते थे और एक समय आज है जब बिहार के मुखिया नीतीश कुमार गरीबों को उजाड़ने का काम कर रहे हैं। तेजप्रताप ने यह भरोसाा दिलाया कि यदि सरकार ने जल्द इन्हें बसाने की व्यवस्था नहीं की तब वे धरना पर बैठेंगे और सरकार के समक्ष इस मांग को रखेंगे।