स्पेशल स्टेटस के मुद्दे पर अकेली पड़ी BJP, जीतन राम मांझी भी नीतीश के साथ आए

स्पेशल स्टेटस के मुद्दे पर अकेली पड़ी BJP, जीतन राम मांझी भी नीतीश के साथ आए

BAGAHA :  बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग ऐसे वक्त में जोर पकड़ रही है जब यूपी का चुनाव बिल्कुल नजदीक हैं. बिहार एनडीए में स्पेशल स्टेटस के सवाल पर सभी घटक दल नीतीश कुमार के साथ खड़े हो गए हैं. बीजेपी इस मसले पर अलग-थलग पड़ती नजर आ रही है. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी अब नीतीश कुमार के साथ आ गये हैं.


स्पेशल स्टेटस के मुद्दे पर पहले पशुपति पारस नीतीश के साथ आये और अब जीतन राम मांझी भी उनके समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं. जीतन राम मांझी ने कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जरूर मिलना चाहिए. मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के वाल्मीकि नगर में आयोजित हुई. इस बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मांझी ने नीतीश की मांग का समर्थन किया. जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार जैसे पिछड़े राज्य को स्पेशल स्टेटस का दर्जा देने में देरी करना बेहद दुखदाई है.


आपको बता दें कि स्पेशल स्टेटस के मसले पर एक बार फिर जनता दल यूनाईटेड मुखर हुआ है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बुधवार को पीएम मोदी के सामने यह मांग रखी थी. ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की जरूरत बताई थी. इसके लिए नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट को आधार बनाया गया था. पशुपति पारस भी इसी लाइन पर आ खड़े हुए हैं. पशुपति पारस ने भी कहा है कि नीति आयोग की रिपोर्ट बिहार के पिछड़ेपन की कहानी बयां कर रही है. ऐसे में स्पेशल स्टेटस जरूरी हो जाता है.


पशुपति पारस के बाद समस्तीपुर सांसद प्रिंस राज ने भी नीतीश कुमार का समर्थन किया है. इस तरह बिहार एनडीए में बीजेपी को छोड़कर सभीपार्टी एकजुट हो गई हैं. बीजेपी के नेताओं का लगातार बयान आ रहा है कि विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत नहीं है. डिप्टी सीएम रेणु देवी के बयान पर तो सीएम नीतीश ने कड़ी प्रतिक्रिया भी दी थी. अब जब गठबंधन की अन्य पार्टियां नीतीश की ओर चली जायेंगी तो बीजेपी के लिए मुश्किल हो जाएगी.