PATNA: बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर अब जनवरी में फाइनल सुनवाई होगी. मामले की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन बिहार सरकार के वकील ने पहले ही समय मांग लिया. सुप्रीम कोर्ट की बेंच के समक्ष याचिका दायर करने वालों के वकील ने इस पर आपत्ति जतायी. इसके बाद कोर्ट ने कहा कि वह सर्दियों की छुट्टी के बाद पूरे दिन इस मामले पर सुनवाई करेगी.
बता दें कि आनंद मोहन की जेल से रिहाई के खिलाफ पूर्व डीएम जी. कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने सप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है. इस पर आज जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच में सुनवाई होनी थी. सुनवाई से पहले ही बिहार सरकार के वकील गोपाल सिंह ने कोर्ट के साथ साथ दूसरे पक्षों के वकीलों को पत्र भेजा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है इसलिए इस मामले पर सुनवाई को दो सप्ताह के लिए आगे बढ़ा दिया जाये.
कोर्ट में सुनवाई के दौरान उमा कृष्णैया की ओर से पेश हुए वकील रितुराज कुमार ने कोर्ट से तत्काल सुनवाई करने की मांग की. उन्होंने कोर्ट से कहा कि आनंद मोहन को राजनीतिक फायदे के लिए गलत तरीके से जेल से रिहा किया गया है औऱ वे जेल से निकल कर राजनीतिक कार्यों में लगे हैं. उमा कृष्णैया के वकील रितुराज कुमार ने कहा कि राज्य सरकार बार-बार इस मामले पर सुनवाई को टालने की कोशिश कर रही है.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि वह अगली तारीख पर इस मामले को विस्तार से सुनेगी. कोर्ट ने राज्य सरकार के वकील से भी कहा कि अगली तारीख पर सारी तैयारी कर के आय़ें. सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने इस मामले की सुनवाई के लिए सर्दी की छुट्टियों के बाद की तारीख रखने का निर्देश दिया है. जनवरी में इस मामले पर सुनवाई होगी.