PATNA : गुरुवार को विधानसभा का प्रश्नोत्तरकाल आईएएस अधिकारी आनंद किशोर के ऊपर मचे हंगामे के नाम रहा। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आनंद किशोर के मुद्दे पर विपक्ष ने जब आरोप लगाए तो सरकार तिलमिला गई। आनंद किशोर के बचाव में सरकार के छोटे से लेकर बड़े मंत्री तक सदन में उतर गए। विपक्ष पटना में जल त्रासदी की जवाबदेही तय करते हुए तत्कालीन कमिश्नर आनंद किशोर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था।
आनंद किशोर के मुद्दे पर सदन में 20 मिनट तक हंगामा चलता रहा. विपक्ष वेल में खड़े होकर नारेबाजी करता रहा. आखिरकार विपक्ष के इस रवैया पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी भी नाराज हो गए. आनंद किशोर के ऊपर सदन में विपक्ष की तरफ से जारी हमले पर स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने यहां तक कह डाला कि किसी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के बारे में इस तरह का आरोप नहीं लगाया जा सकता और ना ही सदन में सीधे कार्यवाही की मांग की जा सकती है.
विपक्ष को स्पीकर विजय कुमार चौधरी जब समझा रहे थे उसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार भी उठ खड़े हुए. श्रवण कुमार और अब्दुल बारी सिद्दीकी के बीच इस दौरान तीखी नोकझोंक भी हुई. सिद्दीकी ने मंत्री श्रवण कुमार को यहां तक कह दिया कि आपको पता नहीं किसने संसदीय कार्य मंत्री बना दिया. आईएएस अधिकारी आनंद किशोर के मुद्दे पर सरकार जिस तरह तिलमिला रही थी, विपक्ष उतना ही इस मामले पर मजा लेते रहा.