PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक से किनारा किया है। नई दिल्ली में शाह की अध्यक्षता में नक्सलवाद के मुद्दे पर शुक्रवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ ही नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को भी आमंत्रित किया गया। ऐसे में नीतीश कुमार को भी इस बैठक में शामिल होना था मगर नीतीश कुमार इस बैठक में शामिल नहीं हुए। उनकी जगह बिहार से वित्त मंत्री विजय चौधरी को भेजा गया है। नीतीश के अमित शाह की मीटिंग से किनारा किए जाने से सियासी महकमे में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
दरअसल, नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में नक्सलवाद को लेकर शुक्रवार को रिव्यू मीटिंग आयोजित की गई। इसमें केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे, अर्जुन मुंडा और देवाशीश चौहान के साथ ही एनएसए अजित डोभाल ने हिस्सा लिया। इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उनके डिप्टी देंवेंद्र फडणवीस, आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अमित शाह की बैठक में शामिल हुए। लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस बैठक में नहीं गए उनकी जगह विजय चौधरी इसमें शामिल हुए।
मालूम हो कि,यह पहला मौका नहीं है, जब उन्होंने अमित शाह की मीटिंग से किनारा किया है। पिछले साल दिसंबर में पूर्वी क्षेत्रीय परिषध की कोलकाता में हुई बैठक में भी वे नहीं गए थे। नीतीश ने उनकी जगह डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भेजा था। शुक्रवार को दिल्ली में गृह मंत्रालय की बैठक में नीतीश कुमार के नहीं शामिल होने की वजह नहीं बताई गई है।
उधर, कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश ने व्यस्तता के चलते अपने भरोसेमंद मंत्री विजय चौधरी को दिल्ली भेजा है। हालांकि, विजय चौधरी वित्त मंत्री हैं और बिहार का गृह विभाग सीएम नीतीश खुद देखते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के केंद्र की बैठक में शामिल नहीं होने पर चर्चा तेज है।