अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष बने आरके सिन्हा, पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय को मिली राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष बने आरके सिन्हा, पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय को मिली राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी

PATNA: अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आरके सिन्हा बनाए गये हैं। तो वही पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। ऐसे में देशभर में अब अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का एक ही संगठन काम करेगा।


भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व सांसद आरके सिन्हा को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। साथ ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय इस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की बुधवार को हुई बैठक में पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि अब देश में एक ही अखिल भारतीय महासभा का संगठन होगा और देश के सभी कायस्थ संगठनों को साथ मे लेकर जोड़कर काम करने की योजना है। 


आरके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मंत्री रंजीत सिन्हा,भाजपा विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधायिका रश्मि वर्मा, जदयू के पूर्व विधान पार्षद रणबीर नंदन और सुजीत वर्मा समेत कायस्थ समाज के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।


 इस बैठक में सुबोध कांत सहाय ने संगठन के लिए एक मूलमंत्र भी दिया है। उन्होंने कहा कि "कोई रूठे भी नहीं और कोई छूटे भी नहीं " की भावना के साथ अखिल भारतीय कायस्थ महासभा देश के एक-एक कायस्थ को आपस में जोड़ने का काम करेगा। ताकि कायस्थ समाज के हर सुख-दुःख में हम भागीदारी निभा सकें। 


सुबोध कांत सहाय ने देश में एक साथ कई कायस्थ संगठनों के बारे में  कहा कि अलग-अलग रहकर काम करने से किसी को कोई फायदा होने वाला नहीं है। हमें एक साथ मिलकर काम करने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा देशभर में फैले चित्रांशों के बीच सकारात्मक और रचनात्मक कार्य कर सके।


इस बैठक में निर्मल श्रीवास्तव,कुमार अनुपम,आशीष सिन्हा,सुदामा प्रसाद सिन्हा,अभिताभ,राजीव मोहन,शालिनी सिन्हा,अरुण कर्ण, कुमार मनोज,रश्मिलता,मनीष आनंद,रंजीत श्रीवास्तव,अपर्णा भारती,अनूप कुमार,जय किशोर दत्ता सहित देश के विभिन्न राज्यो से कायस्थ समाज से जुड़े लोगों ने उपस्थित होकर अपने-अपने विचार रखे।