PATNA : सत्ता के शीर्ष पर बैठकर आलोचना सुनना आसान नहीं। विरोधी अगर आलोचना करें तो शायद बर्दाश्त भी हो जाए लेकिन अगर अपनी ही पार्टी का कोई नेता पानी पी पीकर कोसे तो सुनने वाले का हाल कैसा होगा, इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बेहतर कोई नहीं समझ सकता।
अजय आलोक का बागी रुख
जी हां, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज कल ऐसे ही हालात का सामना कर रहे हैं कभी उनकी पार्टी के प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी संभालने वाले अजय आलोक ने जब से अपना पद छोड़ा। उसके बाद से वह नीतीश सरकार और मुख्यमंत्री की खिंचाई कर रहे हैं। एनआरसी से लेकर धारा 370 तक के मुद्दे पर अजय आलोक नीतीश कुमार को खरी-खोटी सुना चुके हैं। जेडीयू की नीतियों को लेकर ट्विटर पर अजय आलोक का ज्ञान देखते बन रहा है।
निगाहें सीएम नीतीश पर
जेडीयू नेता अजय आलोक अपनी पार्टी और नेतृत्व को उंगली करने का कोई मौका नहीं छोड़ते बावजूद इसके पार्टी अब तक उन्हें बर्दाश्त कर रही है। प्रशांत किशोर को घुट्टी पिलाने वाले अजय आलोक ने इस बार नीतीश कुमार को पटना के मास्टर प्लान और मेट्रो रेल प्रोजेक्ट पर एडवाइस दी है। देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार अजय आलोक की एडवाइस मानते हैं या फिर उनसे मुक्ति का कोई रास्ता निकालते हैं।