नीतीश की गुहार पर बिहार पहुंची केंद्रीय टीम, बाढ़ से हुई क्षति का करेगी आकलन

नीतीश की गुहार पर बिहार पहुंची केंद्रीय टीम, बाढ़ से हुई क्षति का करेगी आकलन

DESK: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गुहार पर केंद्र सरकार की टीम आज बिहार पहुंच गयी है. ये टीम दो दिनों तक बिहार के कई जिलों का दौरा कर बाढ से हुई क्षति का आकलन करेगी. इसी टीम की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार बिहार को मदद का फैसला लेगी. 6 सदस्यीय केंद्रीय टीम पहुंची पटना राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव रमेश कुमार के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम पटना पहुंची है. इस टीम के सदस्य 2-2 की संख्या में तीन दल बनाकर बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय टीम सीतामढी, दरभंगा और मधुबनी का दौरा करेगी. वहां अधिकारियों के साथ बैठक करने के अलावा स्थल निरीक्षण कर बाढ़ से हुई क्षति का आकलन किया जायेगा. नीतीश ने केंद्र से मांगे हैं 2700 करोड़ रूपये सूबे के 13 जिलों में पिछले महीने आयी बाढ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए बिहार सरकार ने केंद्र से 2700 करोड़ रूपये मांगे हैं. सूबे के मुजफ्फरपुर, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार जिले में बाढ से भारी तबाही हुई थी. सरकार ने प्रारंभिक सर्वे के बाद 2700 करोड़ रूपये की मांग की थी. राज्य सरकार ने ही केंद्रीय टीम भेजकर क्षति का आकलन कराने और पैसे देने का आग्रह किया था. क्या है बिहार सरकार की मांग बिहार सरकार ने बाढ से पीड़ित हुए परिवारों की मदद के लिए केंद्र सरकार से 1555 करोड़ रूपये मांगे हैं. बिहार सरकार के मुताबिक बाढ़ प्रभावित परिवारों को 6-6 हजार रूपये की आर्थिक मदद दी जा चुकी है. वहीं बाढ में हुई मौत के बाद प्रभावित परिवारों को 4-4 लाख रूपये का मुआवजा दिया गया है. सरकार ने बाढ़ से मकान टूटने पर भी लोगों को मदद का एलान किया है. इसके अलावा बाढ़ से फसल के नुकसान की भरपाई के लिए 353 करोड़ रूपये मांगे गये हैं. वहीं बाढ़ ने सूबे के 3 हजार से ज्यादा ग्रामीण सड़कों को नुकसान पहुंचाया है. उनकी मरम्मति के लिए भी पैसे मांगे गये हैं.