PATNA: एलएक्सएल आइडिया कंपनी के एमडी तथा बच्चों की शिक्षा के विशेषज्ञ सैयद सुल्तान अहमद ने कहा है कि अभी शिक्षा की न सोचिए बल्कि स्वास्थ्य पर सम्पूर्ण ध्यान केन्द्रित रखें ताकि समग्ररूप से ठीक-ठाक रह सकें. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकट एक अभूतपूर्व संकट है, इसलिए पहले स्वस्थ रहने का प्रयास करना चाहिए. अपने समुदाय पर ध्यान देना चाहिए. जहां तक शिक्षा की बात है तो इसके लिए अभी की स्थिति में जद्दोजहद नहीं करनी चाहिए. इस लॉकडाउन को छात्र-छात्राएं छुट्टी के रूप में मनाएं. कुछ दिन शिक्षा से दूर रहकर भी छात्र-छात्राएं अपने पाठ्यक्रम को पूरा करने में सफल हो जाते हैं. स्कूली शिक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार 70 साल में भी इसे ठीक करने में असफल रही है. सरकारी स्कूलों से निजी स्कूलों का प्रदर्शन साधारणतया अच्छा ही होता है, फिर भी हम सिर्फ निजी विद्यालयों के बढ़ावे की बात नहीं करेंगे. क्योंकि इससे गरीब घर के बच्चे शिक्षा से वंचित रह जायेंगे.
उन्होंने इसके लिए सरकारी स्कूलों के साथ निजी विद्यालयों के भी रहने की वकालत की है. इसके लिए उन्होंने पीपी मोड की बात की. वे डिजिटल प्लेटफार्म जूम एप पर एडवांटेज डायलॉग के आठवें सेशन में बोल रहे थें. बेंगलुरू की ही रहने वाली प्रसिद्ध मॉडरेटर सरिता रघुवंशी से बातचीत में उन्होंने कहा कि शिक्षा को बैंकिंग में आए बदलाव की तरह बदलना होगा. उन्होंने कहा कि एक समय था जब हम बैंक में टोकन सिस्टम से पैसा लेते थे, अब वह सारे सिस्टम बदल कर नयी व्यवस्था सामने आयी है. उसी तरह शिक्षा में कुछ करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा को सिर्फ रोजगार प्राप्त करने का औजार बना दिया गया है. छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण विकास की शिक्षा मिलनी चाहिए जिसमें क्लास रूम के बाहर की भी सोचनी चाहिए. उन्हें तमीज और तहजीब की भी शिक्षा मिलनी चाहिए. पढ़ाई का मतलब सिर्फ जॉब करना नहीं, कैसे उठें-बैठें कैसे सोचें इसके बारे में भी छात्र-छात्राओं को जानकारी होनी चाहिए. शिक्षा ऐसी मिलनी चाहिए ताकि जॉब करते हुए वह एक अच्छा इंसान बन सके.
उन्होंने माता-पिता से अपने छात्रों की सफलता के लिए सिर्फ मार्क्स पर न जाने की अपील की बल्कि उनके ओवरऑल विकास के बारे में सोचने को कहा. छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को अपने आप को अपडेट करते रहना चाहिए. टेक्नोलॉजी के बारे में भी शिक्षक अपने को अपडेट रखें. ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों का रहना अनिवार्य है. तभी छात्र-छात्राओं का सम्पूर्ण विकास हो पायेगा. उन्होंने हर विद्यालय में मानवीय पुस्तकालय के निर्माण की वकालत की. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को यह शिक्षा मिलनी चाहिए कि वे सीनियर सिटिजन के साथ कैसा व्यवहार करें. उसे लाइफ स्किल की भी जानकारी जरूर दी जानी चाहिए. इसके लिए वह घर पर भी बहुत बातें सीख सकता है.
इस मौके पर एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक और सीईओ खुर्शीद अहमद ने बताया कि इस कार्यक्रम में लोगों की रूचि काफी बढ़ी है. इसलिए दो एपिसोड के आठ सेशन के बाद यह काफी पॉपुलर हो गया है और लोग इसकी काफी सरहाना भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह सेशन सुपर संडे सक्सेसफूल सेशन साबित हुआ। इसमें कुल उपस्थिति 507 थी, कुल दर्शकों की संख्या एक लाख, टोटल शेयर 3 हजार था. डायलॉग के कुल आठ सेशन 1050, कुल दर्शक आठ सेशनों में 4 लाख और कुल शेयर 10,000 रहा.
उन्होंने बताया कि इसके अगले एपीसोडों में बड़े-बड़े विद्वान तथा नामचीन हस्ती आयेंगे. उन्होंने कहा कि अपने राज्य तथा देश को बेहतर बनाने के लिए हम इस तरह का डायलॉग आयोजित कर रहे हैं. इसमें बॉलीवुड, स्पोर्टस, ज्युडिसरी, पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र के लोग आयेंगे और सामाजिक तथा आर्थिक विकास और बच्चों के विकास के साथ समाज के सभी तवके की तरक्की की बातें होंगी. उन्होंने कहा कि कुल 24 एपिसोड में 24 प्रसिद्ध नामचीन हस्ती 24 विषय पर बाते करेंगे. जिसमें लगभग 5 हजार लोग भाग लेंगे और 20 लाख लोग इसे देखेंगे. अगले 16 एपिसोड की तैयारी की जा चुकी है. इसमें देश के बड़े बड़े विद्वान तथा नामचीन हस्ती अपने विचार से लोगों को रूबरू करायेंगे. आईआईएम, इंदौर के फैकल्टी तथा मैक्सेल के संस्थापक डॉ. एम. अशरफ रिजवी, अमेरिका के शायर, लेखक और गीतकार फरहत शाहजाद, डॉ. रंजना कुमारी, बिहार चेम्बर ऑफ कॉमर्स (बीसीसी) के सचिव अमित मुखर्जी तथा अपने विचार प्रकट करेंगे.
उन्होंने कहा कि इस डायलॉग के आयोजन में बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए), बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स (बीसीसी), इवेंट एंड इंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन (इमा), प्रेरणा तथा पुतुल फाउंडेशन सराहनीय सहयोग दे रहा है बिहार में डिजिटल प्लेटफार्म पर इस तरह का पहला कार्यक्रम हो रहा है. जूम एप के अलावा यह कार्यक्रम फेसबुक एवं यूट्यूब पर भी लाईव देख सकते हैं. इस डायलॉग में न सिर्फ छात्र, युवा बल्कि सारे लोग भाग ले रहे हैं. चार सेशन के बाद ही यह काफी पॉपुलर कार्यक्रम बन गया है. कार्यक्रम को देखने या सुनने के लिए कोई भी ईमेल [email protected]पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराये और इस प्रोग्राम को निशुल्क देखें.
शनिवार और रविवार के एपिसोड इस प्रकार हैं:-
- 9 मई शनिवार सुबह 12.00 बजे से 12.45 बजे तक नौवें एपिसोड में आईआईटी सुपर 30 के संस्थापक आनन्द कुमार से बात करेंगी मॉडरेटर सरिता रघुवंषी.
- 9 मई शनिवार शाम 4.30 बजे से 5.15 बजे तक दसवें एपिसोड में पब्लिक रिलेशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पीआरसीएआई) के अध्यक्ष नीतीन मंत्री से बात करेंगी मॉडरेटर वंदना वडेरा
- 10 मई रविवार सुबह 12.00 बजे से 12.45 बजे तक ग्यारहवें एपिसोड में डायरेक्टर जेनरल रजिस्ट्रार ऑफ न्यूज पेपर्स फॉर इंडिया एस.एम. खान से बात करेंगी मीडिया एक्सपर्ट डॉ. रत्ना पुरकायस्थ.
- 10 मई रविवार शाम 4.30 बजे से 5.15 बजे तक बारहवें एपीसोड में एम्स पटना के डायरेक्टर डॉ. प्रभात कुमार से बात करेंगी मीडिया एक्सपर्ट दीपिका महीधरा.