अडाणी पर सवाल उठाने वाले महागठबंधन की हकीकत देखिये: अडाणी ग्रुप को बिहार सरकार ने बड़ा ठेका, जमीन दिया

अडाणी पर सवाल उठाने वाले महागठबंधन की हकीकत देखिये: अडाणी ग्रुप को बिहार सरकार ने बड़ा ठेका, जमीन दिया

PATNA: बिहार में सरकार चला रहे महागठबंधन के नेता लगातार उद्योगपति गौतम अडाणी पर आरोप लगाते आ रहे हैं. लेकिन महागठबंधन की सरकार ने ही गौतम अडाणी की कंपनियों को बिहार में बड़ा ठेका दिया है. बिहार सरकार ने अडाणी ग्रुप को न सिर्फ ठेका दिया है बल्कि फैक्ट्री लगाने के जमीन भी दिया है.


अडाणी ग्रुप को बड़ा ठेका

बिहार सरकार ने शुक्रवार को गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी एनर्जी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया है. बिहार सरकार ने सूबे में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए अडाणी की कंपनी के साथ एग्रीमेंट किया है. सरकार ने इस कंपनी को बिहार में 27 लाख 99 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका दिया है. 


बिहार सरकार ने अडाणी ग्रुप को जमीन दिया

नीतीश कुमार की अगुआई वाली महागठबंधन की सरकार ने अडाणी ग्रुप को न सिर्फ स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका दिया है बल्कि बिहार में फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन भी दे दिया है. सरकार की संस्था बियाडा ने अडाणी ग्रुप को नवादा में सीमेंट फैक्ट्री लगाने के लिए 80 एकड़ जमीन भी दिया है. 


बीजेपी ने कहा-मांगी मांगो

अडाणी ग्रुप के बिहार सरकार से करार के बाद बीजेपी ने महागठबंधन पर कड़ा हमला बोला है. पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि संसद में चीख-चीख कर अडाणी का विरोध करने वाले जदयू-राजद-कांग्रेस के नेताओं में यदि हिम्मत है, तो वे बिहार में सीमेंट फैक्ट्री और स्मार्ट मीटर लगाने के लिए अडाणी ग्रुप के साथ हुआ समझौता रद करायें. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिये कि जब अडाणी ग्रुप के खिलाफ मुहिम में जदयू ने कांग्रेस का साथ दिया, तो इस ग्रुप को 27.99 स्मार्ट मीटर लगाने और नवादा में सीमेंट फैक्ट्री लगाने के लिए उनकी सरकार ने बियाडा के माध्यम से 70 एकड़ जमीन क्यों दी? 


सुशील मोदी ने कहा कि एक तरफ विरोधी दल प्रधानमंत्री पर उद्योगपति गौतम अडाणी को लाभ पहुँचाने का अनर्गल आरोप लगाते हुए संसद ठप करते हैं और दूसरी तरफ बिहार-छत्तीसगढ सहित आधा दर्जन विपक्ष-शासित राज्यों में उद्योग लगाने के लिए अडाणी ग्रुप का रेड-कार्पेट वेलकम करते हैं. यह दोहरापन क्यों?


सुशील मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की जांच समिति अडाणी ग्रुप के विरुद्ध आरोपों की जांच कर इस समूह को क्लीन चिट दे चुकी है. इसके बावजूद इस मुद्दे पर संसद का पूरा सत्र क्यों बर्बाद किया गया? इसके लिए विपक्ष को माफी मांगनी चाहिए. 


 उन्होंने कहा कि जब शरद पवार  महाराष्ट्र में गौतम अडाणी के साथ मंच साझा करते हैं और राजस्थान की गहलोत सरकार अडाणी समूह को निवेश के मौके देती है, तब इस उद्योग समूह पर राहुल गांधी चुप्पी साध लेते हैं. सुशील मोदी ने कहा है कि राफेल सौदा हो या अडाणी समूह के कारोबारी मामले, विपक्ष खोखले आरोप और दोहरे चरित्र की वजह से खुद अपनी विश्वसनीयता खो रहा है.