PATNA : बिहार में पिछले कुछ दिनों से लगातार सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार और घुसखोरी की शिकायत सुनने को मिल रही थी। लगातार शिकायतों के बाद भी एक्शन होता नजर नहीं आ रहा है। लिहाजा इस काम में लगे लोगों का मनोबल काफी तेज से बढ़ रहा था। ऐसे में अब सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। राज्य सरकार ने इस पर रोक लगाने का काम तो निगरानी विभाग दे ही रखी है अब यह आदेश भी दिया है कि खुद को सीधा पब्लिक से जोड़ने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी करें।जिसके बाद अब यह नंबर जारी कर दिया है।
दरअसल, सरकार ने भ्रष्टाचार से जुड़ी किसी तरह की शिकायत करने के लिए फोन नंबर जारी किए हैं। किसी सरकारी कार्यालय में रिश्वत मांगने से लेकर किसी निर्माण में हो रही गड़बड़ी और आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति जमा करने वाले किसी स्तर के लोक सेवकों के बारे में भी शिकायत इन फोन नंबरों पर की जा सकती है। निगरानी विभाग के स्तर से संचालित होने वाले इन नंबर पर कॉल करने वाले व्यक्ति अगर चाहेंगे, तो उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत इन नंबरों को जन सामान्य के लिए जारी किया जाएगा।
वहीं, भ्रष्टाचार से जुड़ी चार तरह की शिकायतों के लिए अलग-अलग नंबर और ई-मेल जारी किए गए हैं। इन नंबर पर मौखिक शिकायत करने अलावा कोई व्यक्ति लिखित शिकायत भी साक्ष्यों के साथ अलग- अलग इकाइयों के पते पर भेज सकता है। | पुलिस / प्रशासन / अन्य सरकारी | महकमों में रिश्वत मांगने पर जो हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है वो है कार्यालय : 0612- 2215344/2215043 मोबाइल: 7765953261कार्यालय पता (पत्राचार के लिए) : निगरानी ब्यूरो, 6 सर्कुलर रोड, पटना।
इसके आलावा आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्तिजमा करने वाले लोकसेवकों के खिलाफ हेल्पलाइन नंबर कार्यालय : 0612-2506253 मो : 9431800122पता : विशेष (निगरानी) इकाई, 5- दारोगा राय पथ, पटना-15 पर शिकायत की जायेगी। इसके आलावा तकनीकी मामलों एवं निर्माण संबंधी कार्यों की शिकायतों के लिए कार्यालय : 0612-2215081 मो: 8544419040 पता: तकनीकी परीक्षक कोषांग, ब्लॉक-2 (पार्ट), मुख्य सचिवालय, पटना-1 किया जाएगा। इसके साथ ही भ्रष्टाचार से संबंधित अन्य शिकायतों के लिए कार्यालय : 0612-2217048 पैक्स : 0612-2232704 मेल:एसवीसीसीवीडी@एनआईसी. आइएनपता: निगरानी विभाग, सूचना भवन, चौथी मंजिल पर कर सकते हैं।
आपको बताते चलें कि, अब घूस मांगने से संबंधित शिकायत आती है, तो एक टीम पहले उस व्यक्ति से मिलेगी, फिर शिकायत की छानबीन करेगी। मामला सही पाए जाने पर रंगे हाथ दबोचने को कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अगर सरकारी निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत आती है, तो इसके लिए मुख्यालय से निगरानी कि तकनीकी कोषांग की टीम कार्य स्थल पर जाकर सैंपल लेगी और इसकी जांच करेगी। किसी लोक सेवक की अवैध संपत्ति से संबंधित शिकायत मिलती है, तो इसकी प्रमाणिकता की जांच के बाद मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।