अब बस 2 दिन शेष : अमेठी-रायबरेली पर कांग्रेस नहीं कर पा रही फैसला : राहुल और प्रियंका के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस बरक़रार

अब बस 2 दिन शेष : अमेठी-रायबरेली पर कांग्रेस नहीं कर पा रही फैसला : राहुल और प्रियंका के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस बरक़रार

DESK : लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 3 मई को नामांकन की अंतिम तिथि निर्धारित है। इसके बावजूद अमेठी और रायबरेली के लिए कांग्रेस पार्टी अपने कैंडिडेट की घोषणा नहीं कर सकी है। दूसरी तरफ भाजपा की कैंडिडेट स्मृति ईरानी ने अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। इन दोनों सीटों को लेकर पिछले कई दिनों से अटकलों का बाजार गरम है। लोगों में चर्चा है कि इन दोनों सीट से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि प्रियंका गांधी के चुनाव नहीं लड़ने की बात भी चर्चा में है। वह केवल चुनाव प्रचार ही करेंगी। 


दरअसल, अमेठी और रायबरेली सीट पर उम्मीदवार को लेकर अंतिम फैसला गांधी परिवार को ही लेना है। ऐसे में अब जो जानकारी सामने आ रही है, उसके मुताबिक प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी और अपना पूरा फोकस चुनाव प्रचार पर रखेंगी। वहीं, राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या रायबरेली से मैदान में उतरेंगे, इसको लेकर जल्द ही अंतिम फैसला होने की संभावना है। यह दोनों ही सीटों को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। लेकिन, पिछले चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, सोनिया गांधी ने रायबरेली सीट इस चुनाव में छोड़ दी है और वह फिलहाल राज्यसभा की सदस्य हैं।


सूत्रों की मानें तो अमेठी से कांग्रेस दीपा कौल को भी मैदान में उतार सकती है। यह हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल शीला कौल की बेटी हैं। शीला कौल पंडित नेहरू परिवार की रिश्तेदार हैं। इसके साथ कई और संभावित नामों पर भी विचार किया जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा था कि अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस सरप्राइज देगी। इस बीच, एक से तीन मई तक राहुल गांधी का कोई चुनाव कार्यक्रम तय नहीं है। ऐसे में पार्टी उन्हें उम्मीदवार घोषित करती है, तो वह नामांकन कर सकते हैं।


बताते चलें कि राहुल गांधी वर्ष 2004 से 2019 तक अमेठी से लोकसभा सदस्य रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पिछले दिनों गाजियाबाद में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में होगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उसे मानेंगे।