आसमान से आफत पर लगी ब्रेक, पटना में जल निकासी कार्य ने पकड़ी रफ्तार

आसमान से आफत पर लगी ब्रेक, पटना में जल निकासी कार्य ने पकड़ी रफ्तार

PATNA : बारिश से मची तबाही के बाद लोगों ने अब राहत की सांस ली है. बारिश रुकने के बाद राहत और बचाव कार्य भीर तेज हो गया है. जल निकासी के कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. जलजमाव वाले इलाकों के लोगों को राहत देने के लिए प्रशासन की ओर से डी-वाटरिंग कर पानी को निकाला जा रहा है. कई इलाकों में पानी पूरी तरह निकाल लिया गया है. हालांकि अभी भी राजधानी के कई क्षेत्रों में पानी भरा हुआ है.

सड़क पर गहमा-गहमी तेज हो गई है. गाड़ियां रोड पर चलने लगी है. लोग का जीवन अब पहले से सामान्य हो गया है. बाजार में दुकानें भी सजने लगी हैं. प्रशासन की ओर से अभी भी कई स्थलों पर शिविर लगाया गया है. राजेंद्रनगर स्थित धनुष ब्रिज, दिनकर गोलंबर, कंकडबाग सांईं मंदिर, एसके पुरी, एनएमसीएच पटना सिटी, पत्रकारनगर सह हनुमाननगर, वैशाली गोलंबर, भूतनाथ रोड, कांटी फैक्ट्री, मलाही पकड़ी, पाटलिपुत्र गोलंबर, राजीवनगर, शिवपुरी, पटेलनगर तथा फ्रेंड्स कॉलोनी शामिल हैं. प्रशासन ने हर शिविर के लिए एक नोडल अधिकारी की तैनात किया है,  पर शिकायत है कि अधिकतर अफसर या तो अपना फोन बंद रखे हैं या उठा नहीं रहे हैं. 

शिविर में पीड़ितों को फूड पैकेट, पानी का पाउच और बोतल वितरित की जा रही रही है. आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाये हुए हैं. डीएम ने बताया कि बाढ़ राहत कार्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 35 मोटर बोट के साथ 75 ट्रैक्टर की व्यवस्था की गई थी. उन्होंने बताया कि 10 बसों को भी सेवा में लगाया गया है. जल्द ही पटनावासियों को परेशानी से छुटकारा मिल जायेगा.