आम जनता पार्टी राष्ट्रीय ने की घोषणा, किसी के साथ गठबंधन नहीं हुआ तो अकेले लड़ेंगे चुनाव: विद्यापति चंद्रवंशी

आम जनता पार्टी राष्ट्रीय ने की घोषणा, किसी के साथ गठबंधन नहीं हुआ तो अकेले लड़ेंगे चुनाव: विद्यापति चंद्रवंशी

PATNA: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में जुट गई है। आम जनता पार्टी राष्ट्रीय भी इसकी तैयारी में लग गयी है। लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर आम जनता पार्टी राष्ट्रीय ने आज पटना में अहम बैठक की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी के नेतृत्व में यह बैठक हुई। विद्यापति चंद्रवंशी ने फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए कहा कि अतिपिछड़ा समाज के उत्थान के लिए आम जनता पार्टी काम कर रही है। वही अन्य पार्टियां अतिपिछड़ा समाज को सिर्फ वोट बैंक समझ रखा है। 


विद्यापति चंद्रवंशी ने आगे कहा कि 36 प्रतिशत आबादी की आवाज को दबाया जा रहा है। अतिपिछड़ा समाज को आरक्षण का वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा था। अतिपिछड़ा में जो मजबूत जाति थी वो लाभ ले लेते थे। कर्पूरी ठाकुर जी ने 18 प्रतिशत आरक्षण दिया। कई ऐसे मुद्दे हैं जिसमें न्याय नहीं हुआ। जाति आधारित जनगणना में आरक्षण की सीमा को बढ़ाया गया। 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत आरक्षण किया गया। अतिपिछड़ा वर्ग के आरक्षण को कम किया गया है। पंचायती राज्य का आरक्षण में कोई विचार नहीं किया गया। 


उन्होंने मांग किया कि अतिपिछड़ा समाज के आरक्षण को और बढ़ाना चाहिए। कई ऐसे मुद्दे हैं जिसमें आरक्षण की सीमा को बढ़ाने की बात हमलोगों ने रखी थी। महिलाओं को 33 प्रतिशत देने की बात हुई थी लेकिन आरक्षण में वर्गीकरण भी होना चाहिए। जिससे अतिपिछड़ा को लाभ मिल सके। कई पार्टियां है जो सिर्फ बातें करती है लेकिन आरक्षण नहीं देती। इस संबंध में एनडीए से बात हुई। एनडीए ने प्रस्ताव भी रखा था की एनडीए  के साथ अलायंस कर हमारे चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़े। बड़ी पार्टियां छोटे पार्टी को समाप्त करना चाहती है। 


हमने बीजेपी के चिन्ह पर चुनाव लड़ने से  इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि अतिपिछड़ा समाज का भला चाहते है तो आम जनता पार्टी राष्ट्रीय को क्यों नहीं जगह देते है। हमारी पार्टी को बड़ी पार्टी  दबाने का काम कर रही है। हमारी पार्टी ऐसी पार्टी है जो अतिपिछड़ा की आवाज बनी है। अतिपिछड़ों के आवाज को उठाती है। अगर किसी भी दल के साथ हमारा गठबंधन नहीं होगा तो अकेले चुनाव में उतरेंगे। अगर सम्मान की बात नहीं होगी तो अकेले चुनाव लड़ेंगे।