PATNA: आज से बिहार के सवा लाख टीईटी शिक्षक हड़ताल पर कई मांगों को लेकर चले गए हैं. शिक्षक 14 मार्च को सामूहिक मुंडन भी कराएंगे. शिक्षकों के हड़ताल से स्कूलों में पढ़ाई ठप हो जाएगी.
कई मांगों को लेकर हड़ताल
संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले आज से बिहार के सवा लाख टीईटी शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. टीईटी शिक्षक पिछले 10 महीनों से लगातार सुप्रीम कोर्ट के न्यायादेश में दिए गए निर्देशों के पालन करते हुए सहायक शिक्षक और राज्यकर्मी बनाने की मांग को लेकर आंदोलन करते रहे हैं. लेकिन अब तक सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को पालन करते हुए 4 महीने के अंदर नियोजित शिक्षकों के लिए वेतनमान एवं सेवा शर्त तय करें. वर्तमान में टीईटी पास शिक्षकों का बिहार में सबसे कम वेतन है. जबकि यूपी झारखंड सहित सभी राज्यों में टीईटी पास शिक्षकों को नियमित शिक्षकों के समान वेतनमान एवं अन्य सुविधाएं दी जाती हैं. लेकिन बिहार में टीईटी शिक्षकों को भी नियोजित शिक्षक बना दिया गया है.
बातचीत को लेकर सरकार नहीं आई आगे
टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक अमित विक्रम ने कहा कि बिहार के सवा लाख टीईटी शिक्षकों ने मैट्रिक की परीक्षा में सरकार का सहयोग किया था और शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा करवाने में सरकार का सहयोग किया. शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि शिक्षक परीक्षा में सहयोग करें तो उनसे सरकार वार्ता करके उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम उठाएगी. लेकिन वार्ता के लिए सरकार को दिया गया 26 फरवरी का अल्टीमेटम बीत जाने के बावजूद अभी तक सरकार की ओर से बातचीत की कोई औपचारिक पेशकश नहीं हुई है.
3 मार्च को पटना में करेंगे भिक्षाटन
इसके बाद 3 मार्च को पटना के सड़कों पर भारी संख्या में टीईटी शिक्षक उतरकर भिक्षाटन करेंगे और आमजन को सरकार के अन्याय पूर्ण व्यवहार से भी अवगत कराएंगे। बिहार सरकार किस तरह से योग्यता और प्रतिभा का दमन व शोषण करती है. इसके प्रति आम जनता के बीच जागरूकता भी लायी जाएगी. इसके बावजूद अगर सरकार टीईटी शिक्षकों की मांगों को नहीं मानती है तो 14 मार्च को हजारों की संख्या में टीईटी शिक्षक पटना में एकजुट होकर सामूहिक मुंडन करवाएंगे और पटना की सड़कों पर अर्ध-नग्न होकर प्रदर्शन करेंगे.