ईद मुबारक : दो साल बाद आज गांधी मैदान में ईद की नमाज, प्रशासन अलर्ट पर

ईद मुबारक : दो साल बाद आज गांधी मैदान में ईद की नमाज, प्रशासन अलर्ट पर

PATNA : देश में आज ईद का त्योहार मनाया जा रहा है। रमजान का पवित्र महीना खत्म होने के बाद आज मुसलमान भाई ईद मना रहे हैं। ईद को लेकर बीती रात बाजार में बड़ी रौनक देखने को मिली और दो साल के अंतराल के बाद आज राजधानी पटना के गांधी मैदान में ईद की नमाज अदा की जाएगी। ईद को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। राज्य सरकार ने प्रशासन को पूरे सूबे में अलर्ट पर रखा हुआ है। 


प्रदेश में दो साल बाद खुले में ईद मनाई जा रही है। कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो साल से सामूहिक नमाज अदा करने की छूट नहीं दी गई थी। ईद के मौके पर राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। बड़ी संख्या में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। सोमवार को पटना पुलिस ने अलग अलग इलाकों में फ्लैग मार्च किया था। राजधानी के संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद कर दी गई है। गांधी मैदान में भी पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है। इतना ही नहीं सादे लिबास में भी पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि सुरक्षा के नजरिए से कुल 304 प्वाइंट्स बनाये गये हैं। 


पुलिस मुख्यालय ने बिहार पुलिस के अलावा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी ड्यूटी पर लगाया है। सशस्त्र बलों के साथ भारी संख्या में लाठी पार्टी भी भेजी गई है। रिजर्व में भी पुलिस फोर्स को तैयार रखा गया है। राज्य सरकार की मांग पर अर्द्धसैनिक बलों की चार कंपनियां बिहार को मुहैया कराई गई हैं। इसमें एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और तीन कंपनी आईटीबीपी के साथ एसएसबी भी शामिल है। अर्द्धसैनिक बलों की एक-एक कंपनी पटना, दरभंगा, भागलपुर और सीवान में प्रतिनियुक्त है। 


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईद उल-फितर पर प्रदेश और देशवासियों विशेषकर मुस्लिम भाई-बहनों को ईद की बधाई दी है। सीएम ने कहा कि पवित्र रमजान के महीने में रोजेदारों द्वारा की गई इबादत से उनके घर-परिवार के साथ साथ प्रदेश-देश में शांति व समृद्धि आएगी। मेरी कामना है कि समाज में अमन-चैन, भाईचारा पूरे तौर पर कायम रहे। ईद का दिन इनाम का दिन है। खुदा हम सब पर अपनी रहमतों की बारिश करें और हम सबों का जीवन सुख, शांति व समृद्धि से भरा रहे। भारत एक महान देश है। यहां विभिन्न धर्मो, सम्प्रदायों और मतावलंबियों के बीच पारस्परिक सौहार्द, प्रेम और सहिष्णुता बेमिसाल है। यहां सभी लोग एक-दूसरे के पर्व-त्योहारों में शामिल होकर खुशियां बांटते हैं।