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1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 24 Jul 2025 01:21:20 PM IST
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ED Raid on Anil Ambani Group: प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की बड़ी जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई के तहत देशभर में 48-50 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। यह छापेमारी CBI द्वारा दो एफआईआर दर्ज करने के बाद शुरू की गई।
जांच में सामने आया है कि RAAGA समूह की कंपनियों ने बैंकों से लोन लेकर उसका दुरुपयोग किया। पैसों को दूसरी कंपनियों में घुमा कर आम निवेशकों, सरकारी संस्थाओं और बैंकों के साथ धोखाधड़ी की गई। इस जांच में कई संस्थाओं ने ED की मदद की है। जिनमें SEBI, NHB, NFRA और बैंक ऑफ बड़ौदा शामिल हैं।
ED की शुरुआती जांच के अनुसार, साल 2017 से 2019 के बीच इन कंपनियों ने Yes Bank से लगभग 3,000 करोड़ रुपये का लोन लिया। आरोप है कि यह रकम बाद में दूसरी कंपनियों में घुमा दी गई। इसके अलावा, लोन पास करवाने के लिए Yes Bank के अधिकारियों और प्रमोटर्स को रिश्वत देने की बात भी सामने आई है।
जांच में कई गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई हैं। जिसमें लोन देने से पहले बिना दस्तावेज और क्रेडिट एनालिसिस के फंड ट्रांसफर, लोन एप्लिकेशन और एक ही दिन में मंज़ूरी, कई कंपनियों के डायरेक्टर्स और पते एक जैसे, लोन पास होने से पहले ही पैसा जारी करने जैसी बातें सामने आई हैं। ईडी के इस एक्शन से उद्योग जगत में हड़कंप मच गया है।
सूत्रों की मानें तो SEBI ने ED को Reliance Home Finance Ltd (RHFL) से जुड़ी अहम जानकारी दी है, जिसमें एक ही वित्त वर्ष में कंपनी ने कॉरपोरेट लोन 3,742 करोड़ से बढ़ाकर 8,670 करोड़ रुपये कर दिया। इस अचानक बढ़ोतरी को भी ईडी संदेह की नजर से देख रही है।