3 बच्चों के बाप को इश्क लड़ाने की मिली सजा, पिटाई के बाद गांव वालों ने करवा दी शादी, बोला प्रेमी- प्यार किया तो डरना क्या?

3 बच्चों के बाप को इश्क लड़ाने की मिली सजा, पिटाई के बाद गांव वालों ने करवा दी शादी, बोला प्रेमी- प्यार किया तो डरना क्या?

JAMUI: किसी ने सच ही कहा है कि प्यार अंधा और बहरा दोनों होता है। जब किसी पर दिल आता है तब ना तो कुछ दिखाई देता है और ना ही कुछ सुनाई। बस दिल अपनी ही जिद पर अड़ा रहता है। उसे ना तो परिवार की चिंता होती है और ना ही समाज की। अब जरा इस जनाब को ही ले लीजिए जो तीन बच्चों का बाप है। पत्नी के रहते वो इश्क लड़ाने चला था। गर्ल फ्रेंड से मिलने और रंग अबीर लगाने के लिए वह होली के दिन जा पहुंचा। जहां दोनों को साथ देख गांव वालों ने उनकी शादी करवा दी।


बिहार के जमुई जिले में अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आयी है। जहां प्रेमी तीन बच्चों का बाप है जिसके कंधों पर पत्नी और बच्चों की जिम्मेदारी है। यह सब जानते हुए भी उसने एक लड़की से प्यार किया और चोरी छिपे उससे मिलने लगा। होली का दिन भी वह अपने गर्लफ्रेंड को रंग और अबीर लगाने के लिए पहुंचा था। दोनों को चोरी छिपे मिलते गांव वालों ने देख लिया। जिसके बाद प्रेमी-प्रेमिका दोनों कैमरे के सामने प्यार का इजहार करने लगे। फिर क्या था पकड़कर दोनों की शादी गांव वालों द्वारा करवा दी गयी। 


मामला दिग्गी पंचायत के बेलाताड़ गांव का है। जहां इस शादी की चर्चा जंगल में लगी आग की तरह फैल गयी और देखते ही देखते लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गयी। पति के शादी की खबर जब उसकी पत्नी को मिली तो मानों उसके सिर पर दुखों का पहाड़ टूट गया वह चिख चिख कर रोने लगी। उसे बस अपने छोटे छोटे बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी। प्रेमी अजय यादव ने कैमरे पर कहा कि सावित्री से वह एक साथ पहले ही शादी की थी फिर से शादी कर लेंगे। हम सावित्री से बहुत प्यार करते हैं इसलिए होली के दिन मिलने आए थे जहां गांववालों ने शादी करवा दी। सावित्री से शादी कर अजय काफी खुश है। उसे बस अपनी खुशी से मतलब है। पहली पत्नी और तीन मासूम बच्चों के बारे में उसने कुछ भी नहीं कहा। 


बताया जाता है कि 30 वर्षीय अजय लक्ष्मीपुर के सुखासन का रहने वाला है जिसका काफी दिनों से सावित्री के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। अजय की शादी पहले से हो चुकी है उसके तीन छोटे छोटे बच्चे है जबकि सावित्री की भी शादी हो चुकी है। लेकिन किसी कारणवश पति ने उसे छोड़ दिया है। वह मायके में रहती है जिससे मिलने अक्सर अजय आया करता था। होली के दिन भी वह अपनी प्रेमिका के साथ रंग अबीर लगाने पहुंचा था लेकिन इस बार दोनों को गांव वालों ने देख लिया और उसी समय दोनों की शादी करवा दी गयी। अजय के हाथों सावित्री की मांग में सिन्दूर भरवाई गयी। उधर अजय की पत्नी काफी सदमें में है। वह न्याय की गुहार लगा रही है।