DESK: लालू-राबड़ी के विधायक समधी ने आखिरकार पार्टी छोड़ दी है. समधी चंद्रिका राय ने राजद का सदस्य बनने से इंकार कर दिया है. उनके नाम की सदस्यता रसीद पार्टी दफ्तर में ही पड़ी है. हालांकि तकनीकी तौर पर वे राजद के ही विधायक हैं लेकिन लालू-राबड़ी परिवार और पार्टी के पदाधिकारियों में से किसी की हिम्मत उन्हें सदस्य बनने के लिए निर्देश देने की नहीं है.
पार्टी दफ्तर में पड़ी है चंद्रिका राय की सदस्यता रसीद
राजद के दफ्तर में सदस्यता रसीद का एक बंडल पड़ा है. ये विधायक चंद्रिका राय के नाम की है. चंद्रिका राय को खुद सदस्य बनना है और फिर पार्टी के निर्देश के मुताबिक कम से कम 600 सक्रिय सदस्य बनाने हैं. हर 25 मेंबर पर एक सक्रिय सदस्य बनता है. यानि चंद्रिका राय के जिम्मे पार्टी का 15 हजार सदस्य बनाने का भार था. लेकिन चंद्रिका राय खुद ही सदस्य नहीं बने हैं. यानि एक तरीके से उन्होंने पार्टी छोड़ दी है. हालांकि तकनीकी तौर पर वे राजद के विधायक हैं. विधानसभा से संबंधित मामलों में उन्हें पार्टी का निर्देश मानना ही होगा. वैसे चंद्रिका राय लोकसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी की बैठकों में जाना बंद कर चुके हैं. जानकारों की मानें तो उन्हें बैठकों के लिए न्योता भेजने तक की हिम्मत लालू फैमिली नहीं जुटा पा रही है.
बेटी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं चंद्रिका राय
लालू-राबड़ी फैमिली की बहू एश्वर्या यादव चंद्रिका राय की ही पुत्री हैं. तेजप्रताप यादव ने एश्वर्या से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. चंद्रिका राय काफी दिनों तक इज्जत बचाने के लिए सुलह की कोशिशों में जुटे रहे. लेकिन हर कोशिश विफल हो गयी. इसके बाद एश्वर्या ने कोर्ट में घरेलू हिंसा का मामला दायर किया. फैमिली कोर्ट के आदेश के मुताबिक एश्वर्या के मुकदमे को मीडिया में नहीं लाया जा सकता. लेकिन जानकार बताते हैं कि एश्वर्या ने कोर्ट में लालू प्रसाद यादव के परिवार के अंदर हो रहे मामलों की विस्फोटक जानकारियां दी है. मामला कोर्ट में है. चंद्रिका राय इस लड़ाई में अपनी बेटी के साथ मजबूती से खडे हैं. उनके करीबियों के मुताबिक चंद्रिका राय बेटी के हक की लड़ाई के लिए अपना सियासी करियर खत्म करने को भी तैयार हैं.