DESK : कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव के साथ-साथ देश के 10 राज्यों में उपचुनाव भी हो रहे हैं. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात समेत 10 राज्यों के 54 सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है. इस उपचुनाव में मध्य प्रदेश पर सबकी निगाहें टिकी हैं क्योंकि शिवराज सिंह चौहान की सत्ता दांव पर लगी है. एमपी में शिवराज का राज बना रहेगा या कमलनाथ को मध्य प्रदेश की कुर्सी मिलेगी, इसका फैसला राज्य के 28 विधानसभा सीटों के मतदाता कर रहे हैं.
मतदान केंद्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. इसके अलावा सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. मध्य प्रदेश में 28, उत्तर प्रदेश में 7, गुजरात में 8, झारखंड में 2, कर्नाटक में 2, नागालैंड में 2, उड़ीसा में 2, छत्तीसगढ़ में एक, हरियाणा में एक, तेलंगाना में एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है.
इलेक्शन कमीशन के मुताबिक उपचुनाव में 11 बजे तक मध्य प्रदेश में 26.60%, उत्तर प्रदेश में 18.49%, गुजरात में 23.29%, झारखंड में 30.37%, कर्नाटक में 17.36%, नागालैंड में 58.44%, उड़ीसा में 26.24%, छत्तीसगढ़ में 21.50%, हरियाणा में 19.50%, तेलंगाना में 34.33% वोट डाले गए हैं.
मध्य प्रदेश में आज 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. मध्य प्रदेश में इस उपचुनाव के दौरान मुख्य प्रतिद्वंद्वी दलों भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच चुनाव प्रचार के दौरान कटु शब्दों का इस्तेमाल भी देखा गया. राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा है कि प्रदेश में अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है जबकि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की दो या तीन सीटों पर बसपा के चलते त्रिकोणीय मुकाबला है.
उत्तर प्रदेश की सातों सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवार मैदान में हैं, इनमें सर्वाधिक 18 प्रत्याशी बुलंदशहर सीट पर हैं. उत्तर प्रदेश में 7 विधासभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इसमें जौनपुर की मल्हानी, कानपुर की घटमपुर, फिरोजाबाद की टुंडला, अमरोहा, नौगांव, बांगरमऊ औऱ देवरिया शामिल हैं. इसमें मल्हानी सीट पर एसपी के विधायक थे और बाकी पर बीजेपी का ही कब्जा था. एसपी ने 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और बुलंदशहर में आरएलडी का समर्थन है. बीजेपी और बीएसपी के उम्मीदवार सभी सीटों पर हैं.
चेतन चौहान की कोरोना के कारण निधन की वजह से नौगंवा सादात विधानसभा सीट खाली हुई हुई. सपा विधायक पारसनाथ यादव के निधन के बाद मल्हनी विधानसभा सीट और विधायक कमला रानी वरुण की कोरोना से मौत के बाद घाटमपुर विधानसभा सीट खाली हुई है. बुलंदशहर विधानसभा सीट वीरेन्द्र सिंह सिरोही के निधन की वजह से रिक्त हुई थी. वहीं जन्मेजय सिंह के निधन से देवरिया विधानसभा सीट खाली हुई.
तेलंगाना की दुब्बाक विधानसभा सीट पर वोटिंग जारी है. यहां बीजेपी और टीआरए के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. इस सीट पर 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला टीआरएस, भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच है. टीआरएस के मौजूदा विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी का इस साल अगस्त में बीमारी के बाद निधन हो गया था, जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत हुई. टीआरएस ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को अपना उम्मीदवार बनाया है.