1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 03 May 2025 02:57:02 PM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Meta
West Bengal: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बोंगांव में 30 अप्रैल 2025 की रात एक सनसनीखेज घटना ने स्थानीय प्रशासन को हिलाकर रख दिया। गोपालनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत अकाईपुर रेलवे स्टेशन के पास एक सार्वजनिक शौचालय की दीवार पर पाकिस्तानी झंडा चिपकाने और 'हिंदुस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद' जैसे भड़काऊ नारे लिखने की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बोंगांव पुलिस ने इस घटना को सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश करार दिया है, और दोनों आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।
30 अप्रैल 2025 की रात, अकाईपुर रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय की दीवार पर पाकिस्तानी झंडा चिपका हुआ पाया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर गोपालनगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और जांच के दौरान दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान चंदन मालाकार (30) और प्रोग्याजीत मंडल (45) के रूप में हुई है, जो बोंगांव के स्थानीय निवासी हैं। दोनों एक राजनीतिक पार्टी के सक्रिय सदस्य होने के साथ-साथ 'सनातनी एकता मंच' नामक संगठन से भी जुड़े हैं।
बोंगांव के पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि दोनों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार करते हुए कहा कि उनका मकसद इलाके में सांप्रदायिक अशांति फैलाना था। एसपी के आधिकारिक बयान के अनुसार, "आरोपियों ने जानबूझकर शौचालय की दीवार पर पाकिस्तानी झंडा चिपकाया और 'हिंदुस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद' जैसे नारे लिखने की योजना बनाई थी ताकि इलाके में तनाव पैदा हो।" पुलिस ने दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153A और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि चंदन मालाकार और प्रोग्याजीत मंडल सनातनी एकता मंच के सक्रिय सदस्य हैं, जो एक स्थानीय संगठन है। इसके अलावा, दोनों किसी राजनीतिक पार्टी से भी जुड़े हैं, हालांकि पुलिस ने पार्टी का नाम स्पष्ट नहीं किया है। बोंगांव पुलिस ने कहा, "हम उन लोगों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे जो सांप्रदायिक अशांति फैलाने के लिए ऐसी साजिशें रच रहे हैं।" इस घटना ने स्थानीय स्तर पर सनातनी एकता मंच की गतिविधियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस साजिश में अन्य लोग भी शामिल थे।
आरोपियों ने दावा किया कि उन्होंने यह कृत्य 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में किया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, और भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के साथ-साथ पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वैध वीजा रद्द कर दिए हैं। चंदन और प्रोग्याजीत ने कहा कि उनका इरादा पाकिस्तान के खिलाफ विरोध जताना था, लेकिन पुलिस ने उनके इस दावे को खारिज करते हुए इसे सांप्रदायिक तनाव भड़काने की सुनियोजित साजिश बताया है।