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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 23 Apr 2025 03:48:42 PM IST
श्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने इस हमले को अल्पसंख्यकों की चिंता है | - फ़ोटो Google
Robert Vadra statement on kashmir attack:कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का बयान सुर्खियों में है। उन्होंने दावा किया कि यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक "संदेश" देने के इरादे से किया गया, और इस घटना ने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा भावना को झकझोर दिया है।
वाड्रा ने कहा, "मैं इस हमले से बेहद दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि क्यों इस तरह के हमले होते हैं। अगर आतंकी लोगों की पहचान देखकर निशाना बना रहे हैं, तो इसका मतलब है कि देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच एक खतरनाक विभाजन रेखा खिंच चुकी है।"
रॉबर्ट वाड्रा का विवादित बयान: "देश के माहौल की वजह से हुए आतंकी हमले, हिंदू-मुस्लिम मुद्दे पर चेतावनी"
एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में वाड्रा ने कहा कि हमले में मारे गए 28 लोगों के प्रति वह गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने देश के वर्तमान सामाजिक और धार्मिक माहौल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
वाड्रा ने कहा, "मुझे लगता है कि जब मुसलमानों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने से रोका जाता है, या मस्जिदों का सर्वे कर मूर्ति खोजी जाती है, जैसा कि संभल में हो रहा है, तो अल्पसंख्यक समुदाय असुरक्षित महसूस करता है। जब आप बार-बार बाबर और औरंगजेब की बात करते हैं, तो यह राजनीतिक हो जाता है, जिससे अल्पसंख्यकों को पीड़ा होती है।"
उन्होंने चेताया कि यदि धर्म और राजनीति को अलग नहीं किया गया तो इस प्रकार के आतंकी हमले आगे भी होते रहेंगे। "यह स्पष्ट है कि आतंकियों ने लोगों की पहचान देखकर गोली चलाई। उनके दिमाग में यह है कि मुसलमानों को दबाया जा रहा है, इसलिए वे ऐसी हिंसा कर रहे हैं।" रॉबर्ट वाड्रा के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है।
उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यक खुद को असुरक्षित और कमजोर महसूस कर रहे हैं, और समाज में नफरत फैलाने वाले संगठनों को लगने लगा है कि हिंदू समुदाय मुसलमानों के लिए खतरा है। "ऐसी घटनाएं सीधे तौर पर देश के सेकुलर ताने-बाने पर चोट करती हैं," वाड्रा ने जोड़ा। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि मीडिया वाड्रा की राय क्यों लेते हैं , जबकि कुछ ने उनके विचारों का समर्थन करते हुए अल्पसंख्यकों की चिंता को जायज ठहराया।
वहीं जम्मू-कश्मीर के आखिरी महाराजा हरि सिंह के पुत्र और कांग्रेस नेता डॉ. कर्ण सिंह ने हमले की निंदा करते हुए कहा, "यह घटना विश्वास से परे है। कश्मीर में पर्यटकों पर ऐसा हमला पहले कभी नहीं हुआ। यह सोची-समझी रणनीति का हिस्सा लगता है जिसमें आम नागरिकों को निशाना बनाया गया है।" उन्होंने कहा कि यह हमला न सिर्फ दिल दहला देने वाला है बल्कि कश्मीर की टूरिज्म-आधारित अर्थव्यवस्था को भी बड़ा झटका है। डॉ. सिंह ने कहा।"हमें गहन जांच करानी चाहिए। हमारे पास कई जांच एजेंसियां हैं और भारत सरकार को स्पष्ट ऐक्शन लेने होंगे ताकि ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं".