ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: सरकार घटाने जा रही पटना सचिवालय घंटा घर की लंबाई? आखिर क्यों लिया गया यह फैसला? Bihar Rain: आज से बिहार के इन जिलों में भीषण बारिश, मॉनसून के स्वागत के लिए हो जाइए तैयार मोतिहारी: दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, परिजनों में मचा कोहराम प्रशांत किशोर ने लालू के साथ-साथ राहुल गांधी पर बोला बड़ा हमला, कहा..संविधान लेकर घूमने वाले क्या अंबेडकर के अपमान का जवाब देंगे? BIHAR: मिट गया माथे पर लगा कलंक: पॉक्सो एक्ट में बुरी तरह से फंस चुके केशव को मिला नया जीवन दान नीट 2025 में गोल इन्स्टीट्यूट के छात्रों ने लहराया परचम, 5400 से अधिक छात्र सफल, 527 छात्रों का सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की उम्मीद Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप BIHAR: शादी के 3 साल बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत, ससुरालवालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप KATIHAR: डॉक्टर-पुलिस की मिलीभगत से कोर्ट को गुमराह करने का मामला उजागर, 82 वर्षीया महिला को जेल भेजने की धमकी, सोशल एक्टिविस्ट ने किया पर्दाफाश

Pahalgam Terror Attack: स्कूल टीचर ने छोड़ा इस्लाम, कहा “धर्म के नाम पर हिंसा सही नहीं”

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले से आहत पश्चिम बंगाल के एक स्कूल शिक्षक ने इस्लाम धर्म को त्याग कर सनसनी मचा दी है. सोशल मीडिया पर बने चर्चा का विषय.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 26 Apr 2025 05:21:41 PM IST

Pahalgam Terror Attack

साबिर हुसैन - फ़ोटो google

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद इससे आहत एक स्कूल शिक्षक ने एक बहुत बड़ा कदम उठाते हुए इस्लाम धर्म को त्यागने का फैसला कर लिया है. इस शिक्षक का नाम साबिर हुसैन बताया जाता है और वह पश्चिम बंगाल के बदुरिया में एक स्कूल शिक्षक हैं. हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म को छोड़ने का फैसला किया है।


उन्होंने अपनी इस निर्णय की वजह बताते हुए कहा है कि वह धर्म के नाम पर हिंसा को सही नहीं मानते हैं, खासतौर पर कश्मीर में. उनका कहना है कि वे सिर्फ एक इंसान के रूप में जाने जाना चाहते हैं और अदालत में जाकर अपनी धार्मिक पहचान त्यागने की प्रक्रिया शुरू करेंगे. हुसैन ने स्पष्ट किया है कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है और वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन अब वे किसी धार्मिक लेबल से जुड़ना नहीं चाहते हैं.


हुसैन ने यह भी कहा है कि वे अपने परिवार पर अपने विचार नहीं थोपेंगे और उनकी पत्नी और बच्चे अपनी मर्जी से अपनी धार्मिक पहचान तय करने के लिए स्वतंत्र हैं. उनके इस निर्णय को सबसे पहले फेसबुक पर साझा किया गया था. पहलगाम हमले जैसी हिंसक घटनाओं में जिस तरह से लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें मारा गया है उसकी वजह से ऐसे कई मुस्लिम हैं जो शर्मिंदा हैं और इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में ऐसे लोगों की संख्या और भी बढ़ सकती है जो इस्लाम को त्याग देंगे.


हालांकि, कई लोगों का यह कहना है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता लेकिन सवाल फिर यह भी बनता है कि अगर ऐसा है तो फिर लोगों से धर्म पूछ-पूछ कर उन्हें शिकार क्यों बनाया जा रहा है. उनके कपडे उतरवा कर यह चेक क्यों किया जा रहा है कि खतना हुआ है या नहीं ताकि उनके हिंदू होने की पुष्टि हो सके और फिर उन्हें मौत के घाट उतारा जा सके.