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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 17 Sep 2025 04:04:13 PM IST
जैश कमांडर - फ़ोटो
Masood Azhar: पाकिस्तान का झूठ एक बार फिर बेनकाब हुआ है। पड़ोसी देश लंबे समय से यह दावा करता रहा है कि उसकी जमीन पर आतंकी संगठनों को कोई पनाह नहीं मिलती, लेकिन जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी के कबूलनामे ने दुनिया के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर कर दिया। कश्मीरी ने एक वीडियो संदेश में स्वीकार किया है कि जैश का सरगना मौलाना मसूद अजहर ही दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था।
वीडियो में इलियास कश्मीरी ने कहा कि मौलाना मसूद अजहर ने संसद हमले और 26/11 मुंबई हमलों की साजिश रची थी। उसने बताया कि अजहर को पाकिस्तान में पूरी तरह से संरक्षण मिला और उसके संगठन के ठिकाने बालाकोट और बहावलपुर में मौजूद रहे। भारत ने 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक कर वहां बने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था।
कश्मीरी ने कहा, “दिल्ली की तिहाड़ जेल से मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान लौटे और उनके मिशन को पूरा करने के लिए बालाकोट की मिट्टी ने पनाह दी। इस मिट्टी का एहसान हम कभी नहीं भूल सकते। दिल्ली और मुंबई को दहलाने वाला मौलाना मसूद अजहर इसी मिट्टी पर नजर आता है।”
पाकिस्तान अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह तर्क देता रहा है कि उसकी जमीन पर आतंकी संगठन सक्रिय नहीं हैं, लेकिन अब जैश के ही एक शीर्ष कमांडर का बयान इस झूठ को पूरी तरह उजागर करता है। इलियास कश्मीरी का यह कबूलनामा पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना दोनों को कठघरे में खड़ा करता है। कश्मीरी ने न सिर्फ मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों की पुष्टि की, बल्कि यह भी खुलासा किया कि पाकिस्तान सेना के शीर्ष अधिकारी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होते थे। इससे साफ है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से रिश्ता केवल पनाह देने तक सीमित नहीं है, बल्कि उसकी सेना भी आतंकियों को खुला समर्थन देती रही है।
जैश कमांडर ने अपने बयान में यह भी दावा किया कि 7 मई को भारतीय वायुसेना ने जैश के बहावलपुर मुख्यालय, जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह पर एयर स्ट्राइक की थी। इस हमले में मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान की सेना को आदेश दिया गया कि वे इन आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल हों। कश्मीरी ने खुलासा किया कि पाकिस्तान के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जनाजे में मौजूद थे और आतंकियों को राजकीय सम्मान जैसा व्यवहार दिया गया। उस समय भारत ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद को न सिर्फ पनाह देता है बल्कि उन्हें सम्मानित भी करता है।
इलियास कश्मीरी का यह बयान पाकिस्तान की सियासत में भूचाल ला सकता है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी सरकार बार-बार आतंकवाद से दूरी बनाने का दावा करते रहे हैं, लेकिन अब उनके ही देश से आतंकी संगठन का एक बड़ा चेहरा सामने आकर सच्चाई स्वीकार कर रहा है। यह कबूलनामा पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर पहले भी भारत ने बार-बार सबूतों के साथ कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री बना हुआ है। अब जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कमांडर का यह बयान भारत के रुख को और मजबूती देता है।
भारत ने हमेशा कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलता है। बालाकोट एयर स्ट्राइक इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जब पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकाने तबाह कर दिए थे। अब इलियास कश्मीरी का बयान यह साबित करता है कि उस समय भारत की कार्रवाई पूरी तरह सही थी।