1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 18 Oct 2025 09:44:47 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Meta
Electric Highway: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 17 अक्टूबर को मुंबई और पुणे के बीच भारत के पहले इलेक्ट्रिक हाइवे कॉरिडोर का उद्घाटन किया है। यह देश की साफ ऊर्जा यात्रा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली-नोएडा या किसी अन्य बड़े शहरों के बीच नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के व्यस्त ट्रांसपोर्ट हब के बीच शुरू हुआ है और आने वाले दिनों में लॉजिस्टिक्स को हरा-भरा बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
इसके उद्घाटन के मौके पर फडणवीस ने ब्लू एनर्जी मोटर्स के पहले इलेक्ट्रिक हेवी-ड्यूटी ट्रक को भी लॉन्च किया है जो बैटरी स्वैपिंग तकनीक से लैस है। यह ट्रक चाकन फैसिलिटी में तैयार हुआ है और महाराष्ट्र को सस्टेनेबल इनोवेशन का हब बनाने की दिशा में राज्य की ताकत दिखाता है। फडणवीस ने इसे 'आत्मनिर्भर भारत' का प्रतीक बताया, यह प्रदूषण कम करेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
यह इलेक्ट्रिक कॉरिडोर महाराष्ट्र सरकार का 2028 तक सभी प्रमुख हाईवे को इलेक्ट्रिफाई करने का लक्ष्य पूरा करने का पहला चरण है। इससे माल ढुलाई में ईवी का इस्तेमाल आसान होगा, क्योंकि रास्ते में बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग स्टेशन लगेंगे। ब्लू एनर्जी मोटर्स के संस्थापक अनिरुद्ध भुवालकर ने कहा कि यह कॉरिडोर पूरे देश में सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स नेटवर्क की शुरुआत है, 'एनर्जी-एज-अ-सर्विस' मॉडल से लागत घटेगा और अनलिमिटेड रेंज मिलेगी।
कंपनी ने सरकार के साथ 3,500 करोड़ रुपये का एमओयू साइन किया है, जिसमें चाकन में नया प्लांट बनेगा और सालाना 30,000 ट्रक तैयार करेगा। फडणवीस ने जोर दिया कि यह न केवल हवा को साफ रखेगा बल्कि एक्सपोर्ट-इंपोर्ट को तेज और सस्ता बनाएगा, साथ ही राज्य की 2035 तक 70-80% सोलर एनर्जी का सपना भी पूरा करेगा।
मुंबई-पुणे कॉरिडोर की शुरुआत से पुणे को भारत का टिकाऊ लॉजिस्टिक्स सेंटर बनाने की दिशा मजबूत हुई है। ब्लू एनर्जी का मौजूदा चाकन प्लांट पहले से 10,000 ट्रक सालाना बना रहा है, जिसमें 60% मार्केट शेयर LNG ट्रकों का है। अब इलेक्ट्रिक ट्रक से हरी तकनीक को बूस्ट मिलेगा जो कि बाकी राज्यों के लिए मिसाल बनेगा।
फडणवीस ने कहा है कि महाराष्ट्र ईवी और अल्टरनेटिव फ्यूल के लिए लॉन्ग-टर्म पॉलिसी पर काम कर रहा है, यह इंडस्ट्री को फायदा देगी और पर्यावरण बचाएगी। यह लॉन्च महाराष्ट्र की हरी औद्योगिक ताकत को दिखाता है, जहां स्वदेशी ट्रक बैटरी स्वैपिंग से चार्जिंग का इंतजार ही खत्म कर देंगे।