1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 11 Nov 2025 04:47:18 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो Google
Delhi Blast Case: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार की शाम लाल किले के पास हुए कार धमाके में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, यह कार धीमी गति से चल रही थी और विस्फोट के समय लाल किला क्षेत्र के पास एक ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी हुई थी, जिससे आसपास के कई वाहनों में आग लग गई।
प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिस कार में विस्फोट हुआ, वह एक हुंडई i20 थी, जिसे कथित रूप से पुलवामा निवासी और पेशे से चिकित्सक उमर मोहम्मद चला रहा था। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि उसका संबंध फरीदाबाद आतंकवादी मॉड्यूल से था, जहां से हाल ही में 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया गया था।
घटनास्थल से जुटाए गए सुरागों और आतंकवादी मॉड्यूल से मिले संकेतों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने का फैसला किया है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया।
इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, आईबी निदेशक तपन डेका, दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा, और NIA के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते मौजूद थे। वहीं, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात डिजिटल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। साथ ही राजधानी के कई हिस्सों में छापेमारी की जा रही है। फिलहाल, दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है और हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, NIA को जांच सौंपे जाने की मुख्य वजह यह है कि धमाके के तार कई राज्यों से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। एजेंसियां इस दिशा में सुराग इकट्ठा करने में जुटी हैं।