Bihar News: बिहार के इस जिले को मिली दो नई सड़कों की सौगात, सरकार ने दी 44 करोड़ की मंजूरी अजब प्रेम की गजब कहानी: सास-दामाद के बाद अब समधी और समधन की लव स्टोरी, घर छोड़ दोनों हुए फरार Innovative farming: 8 लाख की नौकरी छोड़ गांव लौटा युवक...अब खेती से कमा रहा है दोगुनी कमाई! जानिए कैसे? Bihar News: जमुई में नो एंट्री टाइम में बदलाव से जनता को बड़ी राहत, एसपी के निर्देश पर प्रभावी हुआ नया नियम Arvind Kejriwal Daughter Wedding: पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता शादी के बंधन में बंधीं, संभव जैन के साथ लिए सात फेरे Goal Institute: गोल इंस्टीट्यूट में विशेष सेमिनार का आयोजन, नीट 2025 के लिए छात्रों को मिला महत्वपूर्ण मार्गदर्शन Bihar Politics: सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में मचे घमासान पर BJP की पैनी नजर, क्या बोले केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय? Bihar News: मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व VC के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News :बिहार को मिली ऐतिहासिक सौगात, गंगा नदी पर बना पहला छह लेन पुल अब पूरी तरह तैयार, जल्द होगा उद्घाटन! Bihar Teacher News: बिहार के 110 शिक्षकों पर गिरी गाज, छोटी सी गलती और शिक्षा विभाग ने ले लिया बड़ा एक्शन
08-Feb-2025 10:07 AM
By KHUSHBOO GUPTA
Delhi Chunav Parinam 2025 LIVE: दिल्ली चुनाव के शुरुआती रुझानों में BJP को बड़ी बढ़त मिलती दिख रही है। रुझानों के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया है। चुनावी नतीजे बता रहे हैं कि आप का किला इस बार दिल्ली में ढह गया है। आईए जानते हैं कि आखिर क्यों दिल्ली के चुनाव में केजरीवाल की पार्टी खराब प्रदर्शन करती नजर आ रही है।
रुझानों के मुताबिक पिछले चुनावों की तुलना में आम आदमी पार्टी ने बेहद खराब प्रदर्शन किया है। 2015 में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीती थीं, लेकिन 2020 में यह संख्या घटकर 62 हो गई। दूसरी ओर बीजेपी ने 2015 में 3 सीटें जीतीं और 2020 में 8 सीटें. इस बार उसकी सीटें काफी बढ़ने वाली हैं। दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन के पीछे कई प्रमुख वजह हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप
अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के शीर्ष नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों और उनकी गिरफ्तारी ने पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया। इन कानूनी विवादों ने आप की भ्रष्टाचार विरोधी छवि को कमजोर किया। जिसके कारण जनता से किये गये कई वादों को केजरीवाल की पार्टी ने पूरा नहीं किया।
आंतरिक कलह और इस्तीफे
पार्टी के भीतर आंतरिक विवाद और प्रमुख नेताओं के इस्तीफे, जैसे कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद का पार्टी छोड़ना संगठनात्मक कमजोरी को उजागर करता है। जिसके कारण कहीं ना कहीं दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा।
नेतृत्व में अस्थिरता
केजरीवाल की गिरफ्तारी और बाद में इस्तीफे के कारण पार्टी के नेतृत्व में अस्थिरता आई। नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी की नियुक्ति के बावजूद नेतृत्व में यह बदलाव पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। सबसे बड़ी बात ये रही कि अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीयता में जबरदस्त तरीके से कमी आई। दिल्ली की जनता ने केजरीवाल के चेहरे पर पार्टी को वोट दिया लेकिन सीएम की गिरफ्तारी और फिर उनके इस्तीफे ने लोगों में उनका भरोसा कम कर दिया।
पार्टी की खराब छवि
विपक्षी दलों ने आप पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का उपयोग करके उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए, जिससे पार्टी की छवि को और नुकसान पहुंचा।