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1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Sat, 06 Sep 2025 01:00:53 PM IST
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Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव में न सिर्फ राजनैतिक कार्यकर्ता बल्कि सरकारी सेवक भी किस्मत आजमाना चाहते हैं. कई ऐसे सरकारी सरकारी सेवक है, जो रिटायरमेंट के बाद राजनेता बनने की राह पर हैं, चुनावी मैदान में बाजी मार कर माननीय बनना चाहते हैं. दूसरी तरफ बिहार में कुछ ऐसे भी सरकारी सेवक हैं, जो सर्विस में होने के बावजूद कुर्ता धारण कर चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. बिना रिजाइन किए ही, चुनाव लड़ने को लेकर जनसंपर्क कर रहे, सोशल मीडिया पर अपना प्रचार-प्रसार कर रहे, खुद को जनता दल यूनाइटेड का कार्यकर्ता और संभावित प्रत्याशी बता रहे, इसके बाद भी सुशासन राज के सरकारी महकमे के हाकिमों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा. जी हां...परिवहन विभाग का एक सरकारी सेवक जो नौकरी में है, पटना में पदस्थापित है और खुद को जनता दल यूनाइटेड का नेता-कार्यकर्ता बताते फिर रहे, चुनाव लड़ने को लेकर एक हाई प्रोफाइल सीट, जिस पर नीतीश कुमार के बेहद करीबी आईएएस अधिकारी चुनाव लड़ना चाहते हैं, उस सीट पर दावा कर रहे हैं.
करगहर सीट पर परिवहन विभाग के एक दारोगा भी दावेदार
हम बात कर रहे हैं करगहर सीट की. इस सीट पर परिवहन विभाग के एक सरकारी सेवक भी किस्मत आजमाना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने नौकरी नहीं छोड़ी है. वे नौकरी में रहने के बाद भी खुद को जनता दल यूनाइटेड का कार्यकर्ता बता रहे. वे काफी दिनों करगहर विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान में भी जुटे हैं. वे अपने आप को सूबे के परिवहन मंत्री शीला मंडल का करीबी भी बताते फिर रहे. उनके बैनर -पोस्टर में मंत्री शीला मंडल की तस्वीर भी दिखती है.
बिना इस्तीफा दिए ही...कर रहे नेतागिरी
बता दें, करगहर विधानसभा सीट पर जेडीयू से कई दावेदार हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी अफसर और सचिव के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेकर दिनेश कुमार राय भी जनता दल (यू) से चुनाव लड़ना चाहते हैं. वे अपनी तैयारी में जुटे हैं. अब इस सीट पर परिवहन विभाग के एक दारोगा भी ताल ठोक रहे हैं. बजाप्ता वे जत्था बनाकर गांव-गांव घूम रहे. अपने सोशल मीडिया फ्लेटफार्म से जनसंपर्क का फोटो-वीडियो पोस्ट कर शेयर कर रहे. खुद को जनता दल यू का सच्चा सिपाही बताते फिर रहे. सोशल मीडिया पर अपने आप को समाजसेवी बता रहे. फेसबुक पर लिखा है..''.करगहर की जनता करे पुकार..फिर एक बार नीतीश सरकार'' बैनर पर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावे परिवहन मंत्री शीला कुमारी की तस्वीर भी लगा रखी है.
पटना में हैं पोस्टेड...परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी है पता, पर एक्शन नहीं
परिवहन विभाग के उक्त दारोगा के बारे में जानकारी इकट्ठा की गई, विभाग से जानकारी ली गई, तब पता चला कि वे पटना में पदस्थापित हैं. वे सरकारी सेवा में जरूर हैं, लेकिन काम नेतागिरी वाला कर रहे. वे इन दिनों करगहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. वे जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहे. बता रहे कि उनका टिकट पक्का है. परिवहन विभाग के लोगों को भी उनके फेसबुक पेज से करगहर से चुनाव लड़ने के बारे में जानकारी मिली है. बजाप्ता उन्होंने अपने नाम से फेसबुक पेज बना लिया है.
सरकारी सेवकों के लिए एक व्यवस्था बनी हुई है. बिना त्यागपत्र दिए आप किसी पार्टी ज्वाइन नहीं कर सकते, चुनाव लड़ने की तैयारी नहीं कर सकते. लेकिन परिवहन विभाग में कुछ भी संभव है. इस विभाग के एक दारोगा करगहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, खुद को जनता दल यू का कार्यकर्ता बता रहे. इसके बाद भी विभाग ने कोई एक्शन नहीं लिया है.