ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार चुनाव: भूमिहार समाज के 25 विधायक जीते, भाजपा 12–जदयू 7 उम्मीदवार विजयी जमुई में फिर दोहराया इतिहास, चकाई विधानसभा क्षेत्र में 35 साल से कोई विधायक दोबारा नहीं जीता शानदार रहा HAM पार्टी का स्ट्राइक रेट, 6 में से 5 प्रत्याशी जीते, मांझी बोले..जंगलराज की आहट को बिहार की जनता ने ठेंगा दिखा दिया महुआ से चुनाव हारने के बाद बोले तेजप्रताप यादव, कहा..हमारी हार में भी जनता की जीत छिपी है जमुई विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर एनडीए की जीत, चकाई सीट महागठबंधन के खाते में Bihar Election Result 2025: छपरा सीट से आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव चुनाव हारे, चुनावी नतीजों पर क्या बोले भोजपुरी एक्टर? Bihar Election Result 2025: छपरा सीट से आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव चुनाव हारे, चुनावी नतीजों पर क्या बोले भोजपुरी एक्टर? बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मीडिया के इस सवाल से बचते दिखे दिलीप जायसवाल, कहा..कल बताएंगे Bihar Election Result 2025: रघुनाथपुर सीट से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब जीते, जेडीयू के विकास सिंह इतने वोट से हारे Bihar Election Result 2025: रघुनाथपुर सीट से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब जीते, जेडीयू के विकास सिंह इतने वोट से हारे

DSP ने 100 करोड़ नहीं बल्कि 200-300 करोड़ कमाया, खुलासे ने हिला दिया सिस्टम..हो गया सस्पेंड

कानपुर पुलिस कमिश्नर की रिपोर्ट के बाद शुरू हुई SIT जांच में DSP ऋषिकांत शुक्ला की 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है। विजिलेंस जांच के आदेश जारी कर उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 04 Nov 2025 01:20:40 PM IST

Bihar DSP Corruption, Rishikant Shukla DSP, Bihar Police Vigilance, DSP Illegal Property, Kanpur SIT Report, DSP Suspension, Bihar News, Corruption in Police

- फ़ोटो Google

Bihar Desk: खाकी के दामन पर एक बार फिर से दाग लगा है. एक डीएसपी पर सैंकड़ो करोड़ रू की अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे हैं. खुलासे ने पूरे पुलिस महकमे को हिलाकर रख दिया है. आनन-फानन में DSP को निलंबित कर विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं. 

बता दें, कानपुर पुलिस कमिश्नर की रिपोर्ट के बाद शुरू हुई एसआईटी जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बताया जाता है कि ऋषिकांत शुक्ला ने दरोगा (उपनिरीक्षक) पद पर रहते हुए 1998 से 2009 के बीच, खासकर कानपुर में तैनाती के दौरान, अकूत दौलत बटोरी. एसआईटी ने पाया कि शुक्ला ने अपनी घोषित आय के स्रोतों से कहीं अधिक करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति अपने परिवार, साझेदारों और करीबियों के नाम पर खड़ी कर ली.  

जांच में यह बात सामने आई है कि डीएसपी ने अवैध कमाई को छिपाने के लिए बेनामी संपत्ति बनाई। आर्यनगर स्थित 11 दुकानें, जो कथित तौर पर उनके सहयोगी देवेंद्र दुबे के नाम पर दर्ज हैं. इसके अलावा, उनकी नजदीकी अखिलेश दुबे नामक एक शातिर अपराधी से भी सामने आई, जो फर्जी मुकदमे, जबरन वसूली और जमीन कब्जाने का गिरोह चलाता था. एसआईटी ने इस गठजोड़ को भी उजागर किया है . 

डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला पर 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले में शिकायतकर्ता सौरभ भदौरिया ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. भदौरिया ने बताया कि शुक्ला ने एसओजी में तैनाती के दौरान ठेकेदारी, जमीन कब्जाने और बिल्डिंग निर्माण के नाम पर भारी भ्रष्टाचार किया. जांच में भले ही अभी तक 100 करोड़ की संपत्ति सामने आई हो, लेकिन कुल संपत्ति 200 से 300 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. 

सूत्रों के अनुसार, शुक्ला की नोएडा, पंजाब, चंडीगढ़ समेत कई शहरों में बेनामी संपत्तियां हैं. कानपुर के आर्यनगर में 11 दुकानें और कई प्लॉट मिले हैं. इसके अलावा, उन्नाव और फतेहपुर में बिल्डरों के साथ मिलकर जमीनों पर कब्जे और निवेश के साक्ष्य भी मिले हैं. शिकायत में आरोप है कि डीएसपी के बेटे विशाल शुक्ला ने अपराधी अखिलेश दुबे के साथ मिलकर 33 कंपनियां बनाईं, जिनका इस्तेमाल काले धन को सफेद करने में किया गया