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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 25 May 2025 08:18:01 AM IST
बिहार क्राइम न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Crime News: बिहार में पुलिस, रेलवे और बिजली कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। मुजफ्फरपुर के तीन युवकों सहित शिवहर और दरभंगा के भी अन्य युवकों को धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा है। नौकरी के झांसे में फंसे इन युवकों के बैंक खातों से मोटी रकम ऑनलाइन ठगी के माध्यम से उड़ा ली गई है। प्रभावित युवकों ने इस संबंध में साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है।
मुजफ्फरपुर के साथ-साथ शिवहर के दो और दरभंगा के एक युवक को रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी लिंक भेजकर उनके खाते से लाखों रुपये की ठगी की गई। साहेबगंज के धनैया इलाके के बीए के छात्र अमित पटेल और निजामत के अंकुश पासवान से रेलवे की नौकरी का झांसा देकर एक-एक लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से उड़ा लिए गए। वहीं, कटरा थाना के धनौर निवासी अमित सिंह से बिहार पुलिस में सिपाही बनाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ठग लिए गए।
अंकुश पासवान ने बताया कि उन्होंने रेलवे ग्रुप डी के लिए आवेदन किया था, लेकिन नौकरी नहीं मिली। कुछ समय बाद एक व्यक्ति ने कॉल करके खुद को जॉब कंसल्टेंट बताया और कहा कि उनकी बनाई हुई जॉब वेबसाइट पर आईडी के आधार पर उन्हें नौकरी दिलाई जा सकती है। इसके बाद एक लिंक भेजा गया जिसमें उन्होंने अपना बायोडाटा भर दिया। इसके बाद छह बार ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से एक लाख रुपये उनसे ठगे गए।
अमित सिंह ने बताया कि उन्होंने भी नौकरी की तलाश में एक वेबसाइट पर आईडी बनाई थी और बिहार पुलिस में सिपाही के पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं कर पाए। फिर एक व्यक्ति ने कॉल कर खुद को जॉब कंसल्टेंट बताया और पुलिस से मिलता-जुलता नाम वाली एक फर्जी वेबसाइट का नाम दिया। उन्होंने उस लिंक पर रजिस्ट्रेशन किया और फीस के नाम पर एक हजार रुपये दिए। इसके दो घंटे बाद उनके बैंक खाते से चार बार में डेढ़ लाख रुपये की रकम गायब हो गई। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई।
इस मामले में पुलिस और साइबर सेल सक्रिय हो गई है। युवकों से पूछताछ के साथ-साथ फर्जी वेबसाइट और लिंक की जांच की जा रही है। साइबर क्राइम विभाग ने आम लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध लिंक या कॉल पर भरोसा न करने की सलाह दी है। साथ ही कहा गया है कि ऐसे मामलों में तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।
बिहार में रोजगार की मांग और युवाओं की बेरोजगारी को भुनाने वाले ठग फर्जी वेबसाइट, सोशल मीडिया, और फोन कॉल के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। नौकरी के नाम पर पैसे लेकर फरार हो जाना इस तरह के अपराधों की आम प्रवृत्ति बन गई है। इसलिए युवाओं को किसी भी ऑनलाइन लिंक या कॉल पर व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी साझा करने से पहले अच्छी तरह जांच करनी चाहिए।