Bihar News: लोको पायलट की वजह से टला बड़ा हादसा, 3 घंटे बाधित रहा रेल मार्ग Bihar Transport: एक ठेकेदार से 1.20 लाख की मासिक वसूली, महिला MVI ने कबूला- ऑडियो में आवाज उन्हीं की है, रिश्वत रैकेट के पर्दाफाश के बाद कह रहींं– मुझे... Bihar Crime News: डबल मर्डर से दहला मधेपुरा, पति-पत्नी की निर्मम हत्या; SH-91 जाम Bihar News: बिहार में तबादलों की 'सरकारी जिद' उजागर, अफसरों के स्थानांतरण को लेकर 'नगर विकास विभाग' में गजब की थी बेचैनी...मुख्य सचिव का आदेश भी बेअसर Bihar News: गाँव में खुलेआम घूम रहा तेंदुआ, लोग डर के साए में जीने को मजबूर; वन विभाग ने शुरू की ट्रैकिंग Bihar Flood: बाढ़ को लेकर नीतीश सरकार का मजबूत प्लान, 'तटबंध एम्बुलेंस' बनेगा बांध के लिए वरदान Bihar Crime News: देवरिया से बरामद हुआ बिहार की छात्रा का शव, स्कूल बैग छोड़कर हुई थी लापता Asia Cup 2025: बिहार आएगी पाकिस्तान की हॉकी टीम, बुक हुए राजगीर के सारे होटल; सुरक्षा के कड़े इंतजाम IAS in Bihar: बिहारियों में IAS बनने का क्यों होता है जुनून? जानिए... इसके पीछे का ऐतिहासिक कारण Shubman Gill: सचिन से लेकर विराट तक.. टूटा सबका कीर्तिमान, 269 रनों की पारी खेल गिल ने बनाए 10 ऐतिहासिक रिकॉर्ड
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 10 May 2025 03:31:50 PM IST
सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE
Success Story: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती 2024 में जहाँ लाखों युवाओं ने भाग लिया, वहीं एक नाम ऐसा भी है जिसने न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि समाज की धारणाओं को भी तोड़ा है। गोपालगंज की रहने वाली दिव्या ओझा, एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार, ने कठिन सामाजिक संघर्षों के बीच यह मुकाम हासिल कर समाज के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा की मिसाल कायम की है। बीते दिन बिहार पुलिस सिपाही भर्ती का रिजल्ट आया है, जिसमें दिव्या ने अपनी मेहनत से अपना नाम भी दर्ज कर लिया है।
दिव्या का रिजल्ट आने आने के बाद उन्होंने बताया कि वह पिछले ढाई साल से पटना में रहकर एक निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर रही थीं। वह कहती हैं रोज ताने सुनती थी, लोग कहते थे देखो छक्का जा रहा है, लेकिन मैं रुकी नहीं। मैं हार मानने वालों में से नहीं हूं। आज मुझे लग रहा है कि मैं भी इस समाज का हिस्सा हूं।
वहीं, जब परिणाम घोषित होने के रिजल्ट आने के बाद वह सबसे पहले अपने गुरुजन से मिलने पहुंचीं और भावुक होकर कहा कि मेरी मेहनत रंग लाई है। अब मैं समाज को दिखा सकी हूं कि ट्रांसजेंडर भी मेहनत से आगे बढ़ सकते हैं। बता दें कि इस बार की भर्ती में कुल 8 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है, जो अपने आप में ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। यह इस बात का संकेत है कि धीरे-धीरे सही, समाज अब हाशिये पर खड़े लोगों को मुख्यधारा में स्वीकार करना शुरू कर चुका है।
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा 2024 का डेटा
कुल रजिस्ट्रेशन: 17,87,720
रिटन एग्जाम में शामिल: 11,95,101
PET के लिए शॉर्टलिस्ट: 1,07,079
PET में शामिल: 86,539
मेल: 53,960
फीमेल: 32,569
ट्रांसजेंडर: 10
कुल चयनित अभ्यर्थी: 21,391
बिहार पुलिस में: 19,958
विशेष सशस्त्र पुलिस बल में: 1,433
वहीं, घर से बाहर निकलें, मेहनत करें, पढ़ाई करें और समाज को दिखाएं कि आप भी कुछ कर सकते हैं। अपनी पहचान को कमजोरी नहीं, ताकत बनाएं। दिव्या की सफलता केवल एक सरकारी नौकरी पाने की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक क्रांति की शुरुआत है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर जज्बा और मेहनत हो, तो कोई भी दीवार ऊँची नहीं होती। उनकी इस उपलब्धि से समाज को यह सीख लेनी चाहिए कि प्रोत्साहन और अवसर देना कितना जरूरी है, ताकि हर व्यक्ति अपनी क्षमता से देश की सेवा कर सके – चाहे उसकी लैंगिक पहचान कुछ भी हो।